1,000 करोड़ से 20 वर्ष में बने विश्व के सबसे बड़े ध्यान केन्द्र में दर्शन, अध्यात्म और वास्तुकला का अनुपम मिश्रण
वाराणसी। वाराणसी में दुनिया के सबसे बड़े ‘स्वर्वेद महामंदिर के उद्घाटन पश्चात सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस ध्यान केंद्र का दौरा किया। 1,000 करोड़ की लागत से 20 वर्ष में बना यह स्वर्वेद महामंदिर प्राचीन दर्शन, आध्यात्मिकता और आधुनिक वास्तुकला का एक मिश्रित रूप है। सात मंजिला इस भव्य महामंदिर की दीवारों पर स्वर्वेद के छंद उकेरे गए हैं। यहां एक साथ 20,000 से अधिक लोग ध्यान कर सकते हैं। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां भगवान की नहीं बल्कि योग साधना की पूजा होती है। साल 2004 में स्वर्वेद मंदिर का निर्माण शुरू हुआ था। पीएम मोदी ने इसके पहले चरण का शुभारंभ किया है। इस मंदिर के लोकार्पण के बाद पीएम मोदी ने संत सदाफल महाराज की 135 फीट ऊंची प्रतिमा का शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री का काशी दौरे का सोमवार को दूसरा दिन है। वाराणसी में विकसित भारत के संकल्प यात्रा के अवसर पर 19,000 करोड़ से अधिक की 37 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण पश्चात सोमवार को अपराह्न 2.15 बजे पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जंक्शन (कैंट) से आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। ट्रेन संख्या 22415 वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सुबह छह बजे वाराणसी से रवाना होगी और प्रयागराज, कानपुर, चिपियाना होते हुए अपराह्न 02.05 नई दिल्ली पहुंचेगी। वहीं ट्रेन संख्या 22416 नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस अपराह्न तीन बजे नई दिल्ली से रवाना होगी और रात में 11.05 बजे वाराणसी पहुंचेगी।