केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है. CDSCO के अनुसार, कई बड़ी कंपनियों के 59 दवाओं के नमूने जांच में फेल पाए गए हैं. इन दवाओं की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं मिले हैं. दवाओं को लेने से नुकसान हो सकता है. सीडीएससीओ के मुताबिक अक्टूबर में इन दवाओं की जांच की गई थी.
1105 दवाओं के नमूने जांच में किए गए थे शामिल
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के मुताबिक, अक्टूबर में प्रतिष्ठित कंपनियों सहित 59 दवाओं के नमूनों को ‘मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं’ घोषित किया गया था. सीडीएससीओ ने हाल ही में जारी में चेतावनी में कहा है कि 1105 नमूनों का परीक्षण किया गया था.
61 नमूने मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं
सीडीएससीओ की जांच में कुल नमूनों में से 61 मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं पाए गए. हालांकि, दो दवाओं के नमूने दो बार शामिल किए जाने की वजह से यह संख्या 59 हो गई है.
बिना लेबल वाली शीशियों के दो नमूने भी शामिल
इन 61 नमूनों में सफेद सील वाली बिना लेबल वाली शीशियों के दो नमूने शामिल हैं, जिनमें कथित तौर पर टाइगेसाइक्लिन 50 मिलीग्राम थी. फेनोलिक कीटाणुनाशक बहुउद्देश्यीय सतह क्लीनर-सह-डिओडोराइजर (लिटनर) के दो नमूने भी गुणवत्ता के अनुरूप नहीं पाए गए.
इन दवाओं की गुणवत्ता भी खराब
‘मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं’ करार दिए गए अन्य नमूनों में सेफिक्सिम ओरल सस्पेंशन आईपी, एमोक्सिसिलिन, पोटेशियम क्लैवुलनेट और लैक्टिक एसिड बैसिलस टैबलेट, रबेप्राजोल सोडियम (एंटरिक कोटेड) और डोमपरिडोन (सस्टेन्ड रिलीज) कैप्सूल (20) शामिल हैं.
इन दवाओं में भी नहीं मिली मानक गुणवत्ता
एमजी/30 एमजी), डिक्लोफेनाक सोडियम टैबलेट आईपी 50 एमजी, एल्बेंडाजोल टैबलेट आई.पी. 400 मिलीग्राम, ओफ्लॉक्सासिन, ऑर्निडाजोल, इट्राकोनाजोल और क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट क्रीम (डर्मा -आरएक्स क्रीम) और विटामिन सी (ऑरेंज सिरप) शामिल हैं