सिंधिया स्कूल प्रशासन ने हठधर्मिता के कारण ..
ग्वालियर। सिंधिया स्कूल ग्वालियर दुर्ग पर आज एक जैन मुनि आचार्य विबुद्ध सागर महाराज उस समय से गेट पर ही धरने पर बैठ गये जब उन्हें सिंधिया स्कूल प्रशासन ने स्कूल के अंदर बने प्राचीन वर्धमान जैन मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश नहीं करने दिया। उसके बाद से ही जैन मुनि दर्शन की इच्छा को लेकर गेट पर ही धरने पर बैठ गये वहीं उनके साथ कुछ जैन समाज के लोग भी धरने पर साथ बैठे हैं। उधर जैन मुनि ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें मंदिर के दर्शन नहीं करने दिये तो वह अपनी अंतिम सांस तक यही बैठे रहेंगे।
जैन मुनि आचार्य विबुद्ध सागर महाराज अपने प्रवास पर ग्वालियर हैं। ऐसे में उन्होंने दुर्ग पर स्थित प्राचीन वर्धमान मंदिर दर्शन की इच्छा व्यक्त करते हुये किले के लिए कूच कर दिया बाद में उन्हें दुर्ग पर सिंधिया स्कूल के गेट पर ही रोक लिया गया। इसका विरोध करते हुये मुनि महाराज मौके पर ही बैठ गये। इसकी जानकारी लगते ही पुलिस और प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया। वहीं मुनि महाराज अपनी जिद पर अडे हुये हैं।
उन्होने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें दर्शन नहीं करने दिये तो वह अंतिम सांस तक वहीं बैठे रहेंगे। बताया जाता है कि रात्रि में मुनि महाराज को ग्वालियर की सर्दी से बचाने के लिये टेंट भी लगाने वाले पहुंचे, लेकिन उन्हें भी सिंधिया स्कूल प्रशासन ने टेंट नहीं लगाने दिया। बताया जाता है कि वर्धमान जैन मंदिर और सिंधिया स्कूल का एक वाद भी दिल्ली के न्यायालय में चल रहा है। जैन मुनि के साथ सुभाष चन्द्र जैन दाउ, पवन जैन एडवोकेट, अशोक जैन आदि भी बैठे हैं।