मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नरसिंहपुर जिले के हीरापुर आश्रम में आगमन हुआ. उन्होंने आश्रम के महंत गुरु षण्मुखानंद महाराज से आशीर्वाद लिया और अनुष्ठान में भाग लिया. बता दें कि शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव अभियान की शुरुआत गुरु षण्मुखानंद के आशीर्वाद से की थी और चुनाव समाप्ति पर फिर गुरु शरण में आना हुआ. शिवराज सिंह का पत्नी साधना सिंह के साथ तीन महीने में लगातार तीसरी बार हीरापुर आश्रम आना हुआ है. उन्होंने महाराजश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया.
मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा, ”विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जनता ने अभूतपूर्व आशीर्वाद दिया है. हर वर्ग का आशीर्वाद मिला है और ज्यादातर लाड़ली बहनाओं ने रिकॉर्ड तोड़ आशीर्वाद दिया है. सरकार बनने के बाद लाड़ली बहन से लखपति बहन बनाने का काम शुरू करना है. किसानों के संकटों को दूर करने में लगा हूं. साथ ही हम 3 दिसंबर (चुनाव परिणाम की तारीख) के बाद क्या करेंगे? उसी तैयारी में लगा हुआ हूं.
जैसा की सर्व विदित है कि मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान हो चुका है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही राज्य में अपनी अपनी जीत का दावा कर रही हैं. 2018 के चुनावों के बाद कांग्रेस के 15 महीने के शासन को छोड़ दें, तो 2003 से लगातार बीजेपी एमपी की सत्ता पर काबिज है. बीजेपी की कोशिश राज्य में 5वीं बार सरकार बनाने पर है. तो वहीं, कांग्रेस 2018 जैसे नतीजे की उम्मीद कर रही है.
शिवराज सिंह साल 2005 से राज्य के मुखिया हैं. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि बीजेपी ने इस बार प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा है. इसके अलावा बीजेपी ने कई बड़े चेहरों को चुनाव मैदान में उतारकर मुख्यमंत्री पद की रेस को दिलचस्प बना दिया है. इनमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल जैसे नाम शामिल हैं.
अगर बीजेपी एमपी में जीतती है, तो सबसे बड़ा सवाल यही होगा कि आखिर इस बार मुख्यमंत्री कौन होगा? क्या बीजेपी एक बार फिर शिवराज पर भरोसा जताएगी, या किसी नए नाम पर दांव लगाएगी. यही वजह है कि एमपी में बीजेपी के सीएम चेहरे पर सस्पेंस बना हुआ है. इसका जवाब देने से बीजेपी के नेता भी बचते दिखाई दे रहे हैं.
दरअसल, जब मतदान वाले दिन सवाल पूछा गया कि क्या इस बार भी मुख्यमंत्री बनेंगे, तो शिवराज सिंह चौहान ने कहा- वे जनता के सेवक और बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. नतीजे आने के बाद पार्टी उन्हें जो भूमिका देगी, वे उसे निभाएंगे.