पाकिस्तान के करतारपुर साहिब से कुछ दूरी पर दी गई एक पार्टी विवादों में है. प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के सीईओ ने एक पार्टी दी, जिसमें जमकर शराब और मांस परोसा गया. ये अधर्म का काम सिखों के पवित्र जगह करतारपुर साहिब से महज 1 किलोमीटर दूर पर हुआ. 18 नवंबर को हुई इस पार्टी में नारोवाल जिले के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए. इसके इलावा कई समुदायों के 80 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे. इस मामले के सामने आने के बाद भारत के लोगों में गुस्सा है.
बताया जा रहा है कि इस आयोजन में श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के हेड ग्रंथी ज्ञानी गोबिंद सिंह शामिल हुए थे. हालांकि, बाद में जब इस आयोजन में मांस और शराब परोसे जाने की जानकारी सिख समुदाय को मिली तो उन्होंने इसका विरोध दर्ज किया. पार्टी में ज्ञानी गोबिंद सिंह की मौजूदगी के बारे में जानकर सिख समुदाय भी हैरान है, वीडियो में ज्ञानी गोबिंद सिंह भी गानों पर थिरकते हुए नजर आए, जिससे विवाद और बढ़ गया है.
पाकिस्तान में हुई इस पार्टी पर सिख समुदाय में रोष बढ़ता ही जा रहा है. सिख जत्थेदारों ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना विरोध जताया है. उनके साथ बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी इसका विरोध किया. उन्होंने इसके लिए पाकिस्तान की कड़ी निंदा की.
बता दें कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को गुरुद्वारा दरबार साहिब भी कहा जाता है. ये पाकिस्तान में है. करतारपुर साहिब सिखों का प्रमुख धर्म स्थल है. करतारपुर साहिब में गुरु नानक देव ने अपनी जिंदगी के आखिरी साल बिताए थे. यहां गुरु नानक करीब 16 साल तक रहे थे. करतारपुर साहिब में ही सिखों के पहले गुरु गुरु नानक देव ने अपने प्राणों का त्याग किया था. जिसके बाद उसी जगह वहां पर गुरुद्वारा दरबार साहिब बनाया गया.