बैंगलुरू, 12 अगस्त। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पैगंबर हज़रत मुहम्मद का कथित अपमान होने से भड़के समुदाय विशेष के असामाजिक तत्वों ने बड़े पैमाने पर उपद्रव किया। पैगंबर हज़रत मुहम्मद के अनुयायियों की भीड़ ने मंगलवार 11 खासतौर पर कांग्रेस विधायक के परिवार को पीड़ित किया गया है, माफी मांग लेने के बावजूद उनकी जान को ख़तरा बना हुआ है।

हिंसा में अपने विधायक की पीड़ा के लिए ज़ुबां खोलने में कर्नाटक का प्रमुख विपक्षी दल कॉन्ग्रेस लंबे समय तक दुविधा में फंसा रहा। दल में यह तय नहीं हो पा रहा था कि आखिर दंगों पर क्या रुख अख्तियार किया जाए। राज्य के अधिकांश कॉन्ग्रेस नेताओं ने इस मामले में चुप्पी साध ली। गौरतलब है कि इस मामले में SDPI को जिम्मेदार माना जा रहा है और इसके एक नेता मुज़म्मिल पाशा को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि बुधवार अपरांह कांग्रेस के कर्नाटक प्रमुख डीके शिवकुमार ने घटना की निंदा की।

दंगाइयों से मंदिर बचाने मुस्लिम युवाओं ने बनाई मानव श्रंखला

डीजे हल्ली इलाके में दंगाइयों से मंदिर को बचाने के लिए मुस्लिम युवकों ने ह्यूमन चेन बनाई। बताया जा रहा है कि जब तक दंगाई वहां से चले नहीं गए, तब तक वे वहीं खड़े रहे। सोशल मीडिया समेत सभी जगह इन युवकों की तारीफ हो रही है।

सोशल मीडिया पोस्ट पर आपत्ति हुई तो कांग्रेस विधायक के घर पर हमला

कर्नाटक की राजधानी बंगलूरू में मंगलवार रात कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे द्वारा कथित रूप से भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट डालने के बाद हिंसा भड़क गई। रात 10 बजे तक माहौल इस कदर गंभीर हो गया कि उपद्रवियों की भीड़ ने विधायक के घर में तोड़फोड़ करने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया। इससे घर और बाहर खड़ीं लगभग 30 से ज्यादा गाड़ियों में आग लगा दी। हालात इस कदर बिगड़ गए कि पुलिस को इसे काबू करने के लिए फायरिंग करने पर मजबूर होना पड़ा। पुलिस फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हिंसा में 60 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। यह पूरी घटना शहर के डीजे हल्ली और केजी हल्ली इलाके की है। फिलहाल, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है। राजधानी बंगलूरू में धारा 144 लगा दी गई है। बंगलूरू के संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने बताया है कि शहर में हुई हिंसा के संबंध में 145 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 

मंत्री सीटी रवि का आरोप‑ SDPI फैलाना चाहती है हिंसा

कर्नाटक के मंत्री सीटी रवि ने एक बयान में इस हिंसा में साजिश की आशंका जताते हुए इसके पीछे सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) का हाथ बताया है। बेंगलुरु पुलिस ने डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन पर हुई हिंसा मामले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता मुजम्मिल पाशा (Muzammil Pasha) को गिरफ्तार भी कर लिया है। मुज़म्मिल के अलावा, एक अन्य एसडीपीआई कार्यकर्ता अयाज़ भी दंगाइयों को उकसाने के लिए जाँच के दायरे में है।

दिल्ली के दंगों में आरोपित रहे SDPI और PFI

गौरतलब है कि SDPI पर दिल्ली दंगों में CAA विरोधी प्रदर्शनों के दौरान यह आरोप लगा था कि इसके नेता हिंसा भड़काने में इस्लामिक कट्टरपंथी पीएफआई का सहयोग कर रहे थे। पीएफआई और एसडीपीआई नाम भले ही अलग हों, लेकिन इनके पीछे आइडलॉजी एक ही है।

हालाँकि, पीएफआई के कागजी दस्तावेज आतंकी संगठन सिमी से सम्बन्ध से इनकार करते हैं लेकिन ख़ुफ़िया एजेंसियाँ अक्सर खुलासा करती आई हैं कि पीएफ़आई की रगों में सिमी का विष मौजूद है। एसडीपीआई पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया द्वारा शुरू की गई एक कट्टरपंथी राजनीतिक पार्टी है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राजधानी बंगलूरू में हुई हिंसा को लेकर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री ने कहा, अपराधियों के विरुद्ध निर्देश दिए गए हैं और सरकार ने स्थिति पर अंकुश लगाने के लिए सभी संभव कदम उठाएगी। पत्रकारों, पुलिस और जनता पर हमला अस्वीकार्य है। सरकार ऐसे उकसावों और अफवाहों को बर्दाश्त नहीं करेगी। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई निश्चित है। 

कांग्रेस ने की घटना की निंदा

बंगलूरू हिंसा पर लंबी चुप्पी के बाद आख़िरकार कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा‑ मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और हमारी पार्टी भी इसकी निंदा करती है। यह सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति के पोस्ट के कारण हुआ। इस बिंदु पर, शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, मैंने आज 12 बजे हमारे विधायकों की बैठक बुलाई है। मैंने हमारे सीएलपी नेता सिद्धारमैया से बात की है, हम शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए सरकार को पूरा समर्थन देंगे। 

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