वाशिंगटन। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अमेरिकी दौरे पर जाने वाले हैं। इससे पहले अमेरिका के टॉप बिजनेस लीडर्स के साथ शी जिनपिंग के डिनर की प्लानिंग की जा रही है। इसके जरिए अमेरिकी कंपनियों को अपने पक्ष में करने के साथ-साथ विदेशी निवेश को भी लुभाने की कोशिश की जाएगी। मतलब साफ है कि कारोबार बढ़ाने के लिए शी जिनपिंग चीनी जुगाड़ में लगे हैं। एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग सम्मेलन में भाग लेने के लिए शी जिनपिंग सैन फ्रांसिस्को पहुंचेंगे। सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ मुलाकात होगी और उसके अगले दिन डिनर का आयोजन किया जा सकता है। जिसका उद्देश्य दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच माल ढुलाई संबंधों को स्थिर करना है। चीन में आई आर्थिक मंदी से निपटने के लिए शी जिनपिंग लगातार नए रास्तों की खोज में जुटे हुए हैं। इसके लिए अमेरिकी बिजनेस लीडर्स के पास डिनर के जरिए जिनपिंग को सीधा सुनने का मौका मिल सकता है।
इसे अभी तक मेजबान यूएस-चीन बिजनेस काउंसिल (यूएससीबीसी) और यूएस-चीन संबंधों पर राष्ट्रीय समिति (एनसीयूएससीआर) द्वारा औपचारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है। इवेंट नोटिफिकेशन के अनुसार, कुछ यू.एस. कंपनियां डिनर के लिए हजारों डॉलर का भुगतान करेंगी। अमेरिका ने मुस्लिम उइगरों के खिलाफ नरसंहार का आरोप लगाया है, जिसका चीन ने आरोपों का सख्ती से खंडन किया है। चीन भी अपने आर्थिक संकट का समाधान तलाश रहा है और इससे बातचीत के लिए कुछ गुंजाइश खुल सकती है। चीन की अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है और पूर्व-कोविड विकास स्तर पर वापस नहीं लौटी है। चीन के विदेशी व्यापार में गिरावट आ रही है और वह अमेरिका के साथ अपने व्यापार संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा करना चाहेगा।