भोपाल । उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी का असर प्रदेश में भी देखने को मिला रहा है। हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने से पूरे मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ने लगी है।साथ ही मैदान क्षेत्रों में वर्षा भी हुई थी। वहां आने वाली सर्द हवाओं ने पूरे प्रदेश में सिहरन और बढ़ा दी है। इसी क्रम में बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात सबसे कम 10.8 डिग्री सेल्सियस तापमान ग्वालियर में दर्ज किया गया। प्रदेश के 17 शहरों में रात का पारा 15 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हालांकि राजधानी भोपाल में रात का तापमान दूसरे दिन भी 15 डिग्री सेल्सियस पर बना रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का मिजाज अभी इसी तरह बना रहने के आसार हैं। इस दौरान रात के तापमान में कुछ और गिरावट हो सकती है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तर भारत क्षेत्र में कोई भी प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। इस वजह से दिन-रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। गुरुवार को राजधानी भोपाल में दिन का तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस से कम बना रहने की संभावना है। अभी तीन-चार दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। उसके बाद एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में सक्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं। उसके बाद हवाओं का रुख बदलने से तापमान में धीरे-धीरे कुछ बढ़ोतरी होने के भी आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक दिनों उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी हुई थी। साथ ही मैदान क्षेत्रों में वर्षा भी हुई थी। इस वजह से वहां का वातावरण ठंडा है। वर्तमान में हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने से पूरे मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ने लगी है।

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