न्यूयॉर्क। इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इतना जरुर है कि युद्ध अब लंबे समय तक नहीं चलेगा। युद्ध समाप्ति की घोषणा हो इसके पहले इजरायल और अमेरिका के बीच वॉक युद्ध शुरु हो गया है। सवाल इस बात का है हमास जंग के बाद यहां हुकूमत किसकी होगी। इस इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कुछ संकेत दिए थे कि अमेरिका ने आगाह करते हुए कह दिया है कि इजराइल का गाजा पर कब्जा ठीक नहीं है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सुझाव के बाद व्हाइट हाउस ने मंगलवार को यहूदी राष्ट्र के गाजा पर दोबारा कब्जा करने के खिलाफ आगाह किया है। हमास से संघर्ष समाप्त होने के बाद इजरायल अनिश्चित काल के लिए गाजा में समग्र सुरक्षा जिम्मेदारी लेने पर विचार कर सकता है। रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है।

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि राष्ट्रपति अब भी मानते हैं कि इजरायली बलों द्वारा गाजा पर दोबारा कब्जा करना अच्छा नहीं है। यह इजरायल के लिए अच्छा नहीं है। यह इजरायली लोगों के लिए अच्छा नहीं है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस क्षेत्र में जो बातचीत कर रहे हैं उनमें से एक यह है कि संघर्ष के बाद गाजा कैसा दिखता है? किर्बी ने कहा ,’गाजा में शासन कैसा दिखता है? क्योंकि जो कुछ भी है, वह वैसा नहीं हो सकता जैसा 6 अक्टूबर को था। यह हमास नहीं हो सकता। सावधानी के ये शब्द नेतन्याहू के उस बयान के बाद आए, जिसमें उन्होंने कहा था कि भविष्य में हमलों को रोकने के लिए लड़ाई खत्म होने के बाद इजरायल को गाजा पट्टी की सुरक्षा की निगरानी करने की जरूरत होगी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह नेतन्याहू द्वारा युद्ध के बाद गाजा के लिए अपने दृष्टिकोण के बारे में दिए गए पहले संकेतों में से एक था और अमेरिका से भिन्न दृष्टिकोण का सुझाव देता है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के स्वयं के बयान भी शामिल हैं कि गाजा पट्टी का भविष्य कैसा होगा। नेतन्याहू ने एक बयान में कहा था, ‘गाजा को उन लोगों द्वारा शासित किया जाना चाहिए, जो हमास के रास्ते को जारी नहीं रखना चाहते हैं। मुझे लगता है कि इजरायल अनिश्चित काल के लिए ऐसा करेगा। पूरी सुरक्षा जिम्मेदारी हमारी है, क्योंकि हमने देखा है कि जब हमारे पास यह नहीं होता तो क्या होता है।’

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पिछले हफ्ते बंधकों और नागरिकों को गाजा छोड़ने और फिलिस्तीनियों को प्रवेश में सहायता देने के लिए इजरायलियों पर मानवीय विराम के लिए दबाव डाला था, लेकिन नेतन्याहू ने इसे नजरअंदाज किया। इस बीच, इजरायली पीएम नेतन्याहू के एक वरिष्ठ सलाहकार मार्क रेगेव ने मंगलवार को बताया कि संघर्ष के बाद गाजा पर कब्जा करने की कोई योजना नहीं है।बाइडेन ने पिछले महीने एक 60 मिनट के इंटरव्यू में कहा था कि गाजा पर कब्जा करना इजरायल के लिए एक बड़ी गलती होगी। उस समय अमेरिका में इजरायल के राजदूत माइकल हर्जोग ने मीडिया को बताया कि संघर्ष समाप्त होने के बाद इजरायल का गाजा पर कब्जा करने का कोई इरादा नहीं है। युद्ध जारी रहने के कारण अमेरिका और इजरायल के बीच अन्य तीव्र दूरियां उभर रही हैं।

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि केवल एक महीने से भी कम समय में, इजरायली हमलों में गाजा में 10,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 25,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हमास की राजनीतिक शाखा के तहत काम करने वाले मंत्रालय के आंकड़ों को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया जा सका, लेकिन पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर ने कहा कि हम जानते हैं कि संख्या हजारों में है।

किर्बी ने कहा कि बाइडेन ने रविवार को नेतन्याहू से बात की और एन्क्लेव में मानवीय सहायता में तेजी लाने और बढ़ाने की आवश्यकता पर चर्चा की। दोनों नेताओं मे युद्ध विराम के महत्व के बारे में भी बात की। किर्बी ने यह भी कहा कि व्हाइट हाउस “7 अक्टूबर के बाद से संघर्ष में मारे गए हजारों निर्दोष फिलिस्तीनियों और ऑपरेशन के दौरान घायल हुए कई हजारों निर्दोष फिलीस्तीनियों को अपने विचारों और प्रार्थनाओं में रखता है।

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