नई दिल्ली । दिल्ली में फैली जहरीली हवा को लेकर सभी चिंतित हैं। यहां प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए चौतरफा प्रयास किए जा रहे है। इसी बीच अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कुछ तस्वीरें जारी कर पूरी दुनिया को चौंका दिया है। जिसमें साफ दिख रहा है कि प्रदूषण सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पंजाब से लेकर बंगाल की खाड़ी तक हवा में जहर घुला हुआ है। नासा के आंकड़ों से पता चलता है कि 29 अक्टूबर के बाद से खेतों में आग लगने की घटनाओं में तेजी से वृद्धि देखी गई है। 29 अक्टूबर को 1,068 खेतों में आग लगने की घटनाओं के साथ 740 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। यह मौजूदा फसल कटाई के मौसम में एक दिन में सबसे अधिक है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की सरकारों से कहा है कि वे केंद्र के साथ तत्काल चर्चा करें कि खेतों में आग कैसे रोकी जाए। अदालत ने कहा है कि वह इसे राजनीतिक लड़ाई नहीं बनने दे सकती, इस बात पर जोर देते हुए कि दमघोंटू वायु गुणवत्ता लोगों के स्वास्थ्य की हत्या” के लिए जिम्मेदार है। इसके प्रभाव से, 7 और 8 नवंबर को जम्मू -कश्मीर- लद्दाख- गिलगित- बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में हल्की से मध्यम बारिश ओर बर्फबारी हो सकती है। साथ ही 9 और 10 नवंबर को छिटपुट से लेकर अधिक बारिश व बर्फबारी होने की संभावना है। 8 से 10 नवंबर के बीच हिमाचल प्रदेश में और 9 और 10 नवंबर को उत्तराखंड में छिटपुट बारिश होने की संभावना है। 9 नवंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिम राजस्थान में छिटपुट हल्की बारिश होने की संभावना है। दिवाली के आसपास हवाएं 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी, जिससे प्रदूषण कम रहने की संभावना है। कुल मिलाकर उत्तर भारत के लोग दमघोंटू हवा के बीच रहने को मजबूर हैं। दिल्ली-एनसीआर इस वक्त गैस चैंबर बना हुआ है। इस स्थिति के लिए किसानों द्वारा पराली जलाए जाने से लेकर वाहनों के प्रदूषण व फैक्ट्रियों से निकल रहे प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में स्कूलों को अगले कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। दिल्ली में जल्द ही ऑड ईवन स्कीम के तहत यातायात को संचालित करने की तैयारी की जा रही है। इसी बीच नासा की तरफ से सेटेलाइट तस्वीर जारी कर यह जानकारी दी गई है कि केवल उत्तर भारत ही नहीं बल्कि बंगाल की खाड़ी तक यह प्रदूषण फैला हुआ है। उत्तर भारत के लोगों को अगले कुछ दिनों में प्रदूषण से निजात मिल सकती है। दिल्ली एनसीआर में बहुत हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते सोमवार को हवा की दिशा दक्षिण-पूर्वी हो गई और मंगलवार को यह उत्तर-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी के बीच बदल गई। जब हवाएं दक्षिण-पूर्वी दिशा में चलेंगी, तो पंजाब और हरियाणा में पराली की आग का उत्तर-पश्चिमी दिल्ली पर प्रभाव राष्ट्रीय राजधानी में मौजूदा प्रदूषण स्तर में नहीं बढ़ेगा।