गाजा। कुछ लोग डिमोना शहर को इजरायल का ‘लिटिल इंडिया’ भी कहते हैं, क्योंकि इस टाउनशिप में भारत से आए यहूदियों की बड़ी संख्या है। डिमोना इजरायल के दक्षिण में एक शहर है, जो इजरायल के परमाणु रिएक्टर के रूप में पहचाना जाता है। यह रेगिस्तानी शहर बाहरी दुनिया में इजरायल के ‘गुप्त परमाणु हथियार’ केंद्र के रूप में सबसे अधिक जाना जाता है।डिमोना के मेयर बेनी बिट्टन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि हम बड़े दुख के साथ गाजा में लड़ाई में डिमोना के बेटे हेलेल सोलोमन की मौत की घोषणा करते हैं। पूरा डिमोना शहर उनके निधन पर शोक मना रहा है। हम उनके माता-पिता और बहनों के दुःख में भागीदार हैं। हेलेल ने एक सार्थक सेवा करने की इच्छा जताई और गिवाती ब्रिगेड में भर्ती हो गए। हेलेल एक समर्पित बेटा था और उसकी नजर में हमेशा अपने माता-पिता के लिए सम्मान था। अपार अच्छे गुणों से युक्त वह अंतहीन दान, विनम्रता और नम्रता में विश्वास करते थे।

 

 

हमास के साथ जंग के दौरान अब तक मारे गए इजरायली सैनिकों में एक 20 साल का भारतीय मूल का सैनिक भी शामिल है।रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिणी इजरायली शहर डिमोना के स्टाफ-सार्जेंट हेलेल सोलोमन की मौत उस वक्त हो गई, जब उनकी बख्तरबंद गाड़ी 1 नवंबर को हमास द्वारा दागी गई एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल की चपेट में आ गई। उस हमले में गिवाती इन्फैंट्री ब्रिगेड की तजाबार बटालियन के कम से कम 11 सैनिक शहीद हो गए थे। डिमोना शहर के मेयर बेनी बिट्टन ने एक फेसबुक पोस्ट में सोलोमन के परिवार के लिए अपनी सहानुभूति जाहिर की। दरअसल यहां से करीब 13 किमी दूर स्थित नेगेव परमाणु अनुसंधान केंद्र है। कहा जाता है कि इसका उद्देश्य परमाणु हथियारों का निर्माण है, हालांकि इजरायल इस दावे की पुष्टि या खंडन नहीं करता है।गाजा में लड़ाई में कम से कम 11 इजरायली सैनिक मारे गए हैं। जिसे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ‘दर्दनाक नुकसान’ के साथ ‘कठिन युद्ध’ बताया, लेकिन जीत तक जंग जारी रखने की कसम खाई है। नेतन्याहू ने कहा कि ‘हम एक कठिन युद्ध में हैं। यह एक लंबा युद्ध होगा। हमारे पास कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं लेकिन दर्दनाक नुकसान भी हैं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘मैं इजरायल के नागरिकों से वादा करता हूं: हम काम पूरा करेंगे- हम जीत मिलने तक जंग को जारी रखेंगे।’

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