न्यूयार्क। अमेरिका के कुछ मुस्लिम लीडर्स और अरब-अमेरिकन ग्रुप के सदस्यों ने मांग की है कि राष्ट्रपति बाइडेन गाजा में सीजफायर के लिए तुरंत कदम उठाएं। उन्होंने शर्त रखी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो 2024 के चुनाव के लिए उनको मिलने वाली फंडिंग बंद कर देंगे और बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी को वोट भी नहीं देंगे।राष्ट्रपति बाइडेन ने नेशनल मुस्लिम डेमोक्रेटिक काउंसिल के सदस्यों के साथ बैठक की। इनमें वो डेमोक्रेटिक नेता भी शामिल थे जो मिशिगन, ओहायो और पेनसिलवेनिया जैसी अहम स्टेट्स से आते हैं। अमेरिका के चुनाव के वक्त इन राज्यों में सबसे ज्यादा कांटे की टक्कर होती है।

इजराइल को बेशर्त अमेरिकी समर्थन से नाराज मुस्लिम नेता

मुस्लिम लीडर्स ने मंगलवार को एक ओपन लेटर 2023 सीजफायर अल्टीमेटम में वादा किया है कि जो भी उम्मीदवार फिलिस्तीनियों के खिलाफ जाकर इजराइली हमले का समर्थन करेगा, उसे कोई भी मुस्लिम, अरब या उनके सहयोगी मतदाता वोट नहीं देंगे। काउंसिल ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन इजराइल को बेशर्त सपोर्ट दे रहा है। इसमें फंडिंग, हथियार और जंग से जुड़ी दूसरी सामग्री शामिल है। काउंसिल ने अपने लेटर में आगे कहा- अमेरिका की इजराइल को मदद भी फिलिस्तीनियों पर मानवीय हिंसा की जिम्मेदार है। इसके जरिए अमेरिका ने कहीं न कहीं उस हिंसा को कायम रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिसकी वजह से आम नागरिक की मौत हो रही है और उन मतदाताओं का भरोसा कम हो गया है जिन्होंने पहले अमेरिकी सरकार पर भरोसा किया था।

व्हाइट हाउस बोला- हम चिंताओं को दूर करने की कोशिश कर रहे

व्हाइट हाउस ने कहा- जंग के बीच हमने लगातार मुस्लिम लीडर्स और समुदाय के बाकी लोगों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश की है। इसी कड़ी में बाइडेन ने मंगलवार को मुस्लिम नेताओं से बात की थी। व्हाइट हाउस प्रवक्ता कैरीन जीन पियरे ने चुनाव से जुड़ी चेतावनी पर सवाल का जवाब नहीं दिया। हालांकि उन्होंने कहा- बाइडेन इस बात को जानते हैं कि अमेरिकी मुस्लिम नेताओं और समुदाय ने नफरत से भरे कई हमलों को सहन किया है। पियरे ने कहा- बाइडेन प्रशासन लगातार अरब, मुस्लिम समुदाय और यहुदी लीडर्स के साथ मिलकर काम करने की कोशिश कर रहा है।

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