टोरंटो। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खुलकर खा‎लिस्ता‎नियों का समर्थन कर रहे हैं। इस आशय के प्रमाण खुद आतंकी गुरपतवंत ‎सिंह पन्नू ने ‎दिए है। पन्नू ने ट्रूडो की तारीफ करते हुए कहा है ‎कि य‎दि ट्रूडो प्रधानमंत्री नहीं होते तो कनाडा में खा‎लिस्तान की बात करना भी गुनाह हो जाता। आज कनाडा में हम मुखकर होकर खा‎लिस्तान को लेकर अपनी बात कर लेते हैं। खबर है कि पन्नू ने एक बयान जारी कर कहा है कि ट्रूडो के चलते खालिस्तानी और मुखर होकर अपनी बात रख रहे हैं। हालांकि, इसे लेकर भारत या कनाडा सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।

बता दें ‎कि सितंबर में ट्रूडो ने कनाडा की संसद में बयान दिया था, जिसमें उन्होंने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में विदेशी एजेंट्स के शामिल होने की बात कही थी। साथ ही उन्होंने दावा किया था कि भारत सरकार निज्जर की हत्या में शामिल हो सकती है। भारत सरकार की ओर से इन आरोपों से इनकार किया गया था।कनाडाई पीएम के इस दावे के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनातनी का दौर जारी है। हालांकि, हाल ही में विदेश मंत्री मेलेनी जॉली ने दावा किया है कि वह लगातार भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के संपर्क में हैं। निज्जर प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था। 18 जून को कनाडा के सरी शहर में अज्ञात हमलावरों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।

भारत सरकार पहले ही यूएपीए के तहत निज्जर को आतंकवादी घोषित कर चुकी है। साथ ही इंटरपोल ने भी कई बार उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए थे। फिलहाल, सरी में हुए इस हत्याकांड की जांच कनाडा पुलिस कर रही है। पन्नू ने कहा, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की वजह से भारत में और खुलकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पन्नू ने यह भी कहा कि ट्रूडो की तरफ से उठाए गए कदमों के चलते खालिस्तान के समर्थक बदले के डर के बगैर और खुलकर बात करने लगे हैं। पन्नू प्रतिबंधित खालिस्तानी समर्थक संगठन सिख्स फॉर जस्टिस का नेता है।

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