नई दिल्ली। इजरायल-हमास युद्ध ने सोने-चांदी की गिरती कीमतों को न केवल थाम लिया बल्कि इस बूस्ट भी कर दिया। सात अक्टूबर को इजरायल पर हमास ने हमला किया और इसके पहले छह अक्टूबर को भारतीय सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना 56539 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी के रेट उस दिन 67095 रुपये प्रति किलो पर था। तब से अबतक सोना 4159 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा होकर 60698 रुपये पर पहुंच गया है। जबकि, चांदी 4999 रुपये प्रति किलो की उड़ान भरकर 72094 रुपये पर पहुंच गया है। बाजार जानकार ने सोने-चांदी के रेट में उछाल की चार वजह बताते हुए कहते हैं कि मीडिल-ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच इंटरनेशनल मार्केट में सोने का भाव 3 महीने के ऊंचे स्तर 1,978 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है। सोने का यह हाजिर भाव 20 जुलाई 2023 के बाद से सबसे ऊंचा स्तर है। ज्यादातर विश्लेषक मान रहे हैं कि अगले साल दूसरी छमाही से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड ब्याज दरों में कटौती शुरू कर सकता है। ये सोने में उछाल की सबसे बड़ी वजह होगी। जानकार बताते हैं कि पहले से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इजराइल और हमास के बीच शुरू हुए ताजा सैन्य संघर्ष पूरी दुनिया में अनिश्चितता बढ़ा दी है।

 

दूसरी तरफ दुनिया भर के केंद्रीय बैंक सोने की खरीदारी कर रहे हैं। खास तौर पर चीन का सेंट्रल बैंक सोने की तगड़ी खरीद कर रहा है। इससे सोने की कीमतों को बड़ा सपोर्ट मिला। अगर हालात इसतरह के रहे बहुत जल्द सोना अपना पिछला ऑल टाइम हाई के स्तर को भी पार कर जाएगा। उन्होंने कहा, मई की शुरुआत में ग्लोबल बैंकिंग संकट और अमेरिका में डेट-सीलिंग को लेकर गतिरोध ने सोने की कीमतों को तगड़ा सपोर्ट किया। 5 मई को सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोने का हाजिर भाव ऑल टाइम हाई 61739 रुपये पर पहुंच गया था। वहीं, चांदी इस दिन 77280 रुपये प्रति किलो थी। अब घरेलू बाजार में दिवाली तक सोने की जोरदार मांग रहेगी। फिर शादियों के सीजन में खूब सोना खरीदा जाएगा।

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