अहमदाबाद : गुजरात समेत देश-विदेश में विख्यात वाघ बकरी चाय कंपनी के मालिक पराग देसाई का रविवार देर शाम निधन हो गया। पराग देसाई अहमदाबाद के प्राइवेट अस्पताल में एक सप्ताह से उपचाराधीन थे| 15 अक्टूबर को मोर्निंग वॉक पर निकले पराग देसाई पर आवारा कुत्तों को झुंड ने हमला कर दिया था। इस हमले में सिर समेत शरीर पर गंभीर चोट के बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था| अस्पताल में उपचार के दौरान पराग देसाई ने दम तोड़ दिया| बताया जाता है कि गत 15 अक्टूबर को पराग देसाई अहमदाबाद के इस्कॉन आंबली रोड पर मोर्निंग वॉक पर घर से निकले थे। उस दौरान आवारा कुत्तों के झुंड ने पराग देसाई पर हमला कर दिया। कुत्तों के हमले के बाद पराग देसाई गिर पर पड़े और उनके सिर में गंभीर चोट आई| इसके अलावा कुत्तों से पराग देसाई घायल हो गए थे। गंभीर हालत में पराग देसाई के शेल्बी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन 24 घंटों के बाद तबियत बिगड़ने पर उन्हें हेबतपुर रोड स्थित अन्य एक प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जहां उनकी तत्काल सर्जरी भी की गई। लेकिन वह ऑपरेशन भी कारगर साबित नहीं हुआ और एक सप्ताह में पराग देसाई जिंदगी की जंग हार गए। रविवार शाम पराग देसाई ने अंतिम सांस ली।
दुनियाभर में विख्यात वाघ बकरी चाय समूह की चौथी पीढ़ी पराग देसाई ने अमेरिका के न्यूयोर्क की लोंग आईलैंड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया था। वाघ बकरी चाय ग्रुप की बिक्री, मार्केटिंग और निर्यात इत्यादि में पराग देसाई की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी| 1995 में जब पराग देसाई ने कंपनी का कामकाज देखना शुरू किया तब कंपनी की वेल्यू रु. 100 करोड़ से कम थी। लेकिन पराग देसाई के जुड़ने के बाद कंपनी रु. 2000 करोड़ से अधिक के टर्नऑवर के साथ 5 करोड़ किलो ग्राम चाय का वितरण करने वाली भारत की अग्रणी पैकेज्ड चाय कंपनी बन गई है।