वाशिंगटन। हमास के इजरायल पर हमले के बाद पूरी दुनिया में इसकी अटकलें लग रही हैं, कि रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद दुनिया में एक और युद्ध की शुरुआत हो सकती है। इस बीच इजरायल को दुनिया के ताकतवर देशों ने झटका दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। अमेरिकी ने अपील करते हुए कहा कि परिषद के सभी 15 सदस्य हमले की कड़ी निंदा करें। बंद कमरे में हुई मीटिंग में तत्काल कोई कार्रवाई का फैसला नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि अमेरिका और रूस इजरायल मुद्दे पर आमने सामने आ गए हैं।
बताया जा रहा फिलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास मॉस्को जा सकते है।वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं। रूसी मीडिया के हवाले से ये खबर सामने आई है। वैसे माना जाता है कि दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है। लेकिन दोस्त का दुश्मन भी दुश्मन होता है। महमूद अब्बास अब पुतिन ने मिलने जा रहे हैं। रूस खुलकर फिलिस्तीन के समर्थन में खड़ा हो गया है। इसके पीछे की बड़ी वजह है कि अमेरिका इजरायल का साथ दे रहा है। रूस का मानना है कि अमेरिका और पश्चिमी देश इजरायल को भी यूक्रेन की तरह फंसा रहे हैं। ईरान की भी इस पूरे मामले में भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। बता दें कि हमास के लीडर ने दावा किया था कि सहयोगी हमारे मदद के लिए तैयार हैं।
रूस के संयुक्त राष्ट्र राजदूत ने स्पष्ट किया है कि रूस के नागरिकों पर सभी हमलों की निंदा हो। चीन ने दोनों देशों के बीच शांति की बात की है। वहीं अमेरिका ने हमास के हमलों को आतंकवादी हमला करार दिया है। अमेरिका ने इजरायली नागरिकों के खिलाफ हिंसक गतिविधि रोकने की भी अपील की है।