चेन्नई । जहां एक ओर लगभग सभी राजनीतिक दल 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले गठबंधन बनाने में जुटे हैं। ऐसे मेंएआईएडीएमके ने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया है। अब यह पार्टी एनडीए का हिस्सा नहीं है। पार्टी मुख्यालय के बाहर जश्न का माहौल है। एआईएडीएमके समर्थकों ने पटाखे फोडक़र जश्न मनाया है। एआईएडीएमके ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस गठबंधन को तोडऩे का औपचारिक ऐलान कर दिया। इस दौरान पार्टी की ओर से कहा गया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अन्नादुराई और जयललिता की जानबूझकर आलोचना की थी। एनडीए से अलग होने का फैसला एआईएडीएम के मुख्यालय में पार्टी प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।
विचार-विमर्श के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता केपी मुनुसामी ने कहा कि पार्टी ने सर्वसम्मति से एनडीए से अलग होने और अगले साल के चुनावों में समान विचारधारा वाले दलों के गठबंधन का नेतृत्व करने का संकल्प लिया है। जयललिता का हुआ अपमान प्रस्ताव में किसी का नाम लिए बिना कहा गया है कि भाजपा का राज्य नेतृत्व हाल ही में उसकी नीतियों की आलोचना करने के अलावा, द्रविड़ दिग्गज दिवंगत सीएन अन्नादुरई और दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता को बदनाम कर रहा है। हालांकि ऐसी खबरें कई दिनों से आ रही थीं कि द्रविड़ पार्टी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई से नाराज चल रही है, जिनकी अन्नादुरई के बारे में टिप्पणियों ने दोनों पूर्व सहयोगियों के बीच दरार पैदा हुई थी।
एआईएडीएम के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर एआईएडीएमके की बैठक में पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों, जिला सचिवों और विधायकों और सांसदों ने हिस्सा लिया। यहां पार्टी मुख्यालय में पटाखे फोड़े जाने के बीच, मुनसामी ने कहा कि सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय दो करोड़ से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं और आकांक्षाओं का सम्मान करता है।