इस्लामाबाद । आने वाले दिनों में पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं। इस लेकर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट पाकिस्तान प्रोविंस (आईएसपीपी) ने जनता को डराने धमकाने वाला बयान जारी किया है। आतंकवादी संगठन ने अपने बयान में पाकिस्तानी नागरिकों को धमकी दी है कि वह देश में आगामी चुनाव के दौरान होने वाली राजनीतिक रैलियों, जुलूसों में भाग ना लें और ना ही अपना वोट देने मतदान केंद्रों पर जाए। संगठन ने खुली धमकी देकर कहा है कि चुनाव के दौरान होने वाली रैलियों, जुलूस और मतदान केंद्र आतंकवादी संगठन के निशाने पर हैं। आंतकी संगठन की ओर से कहा गया हैं कि यदि पाकिस्तानी नागरिक चुनाव में हिस्सा लेते हैं, तब मुजाहिदीन की तलवार उन पर कहीं भी किसी भी समय गिर सकती है। इस खून के लिए मुजाहिदीन किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं होगा।
इस्लामिक स्टेट पाकिस्तान प्रोविंस नाम का यह आतंकवादी संगठन दूसरे आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ा हुआ है जो साल 2019 में पाकिस्तान में बना था। यह संगठन ज्यादातर आत्मघाती हमलों को अंजाम देता है जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों की जान जाती है। इस संगठन ने बीती 30 जुलाई को पाकिस्तानी राजनीतिक दल जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) की एक चुनावी रैली में आत्मघाती बम विस्फोट किया था। जिसमें एक क्षेत्रीय जेयूआई नेता सहित कम से कम 54 लोग मारे गए थे। इस संगठन ने पाकिस्तान में कम से कम 15 आत्मघाती हमले किए हैं, जिसमें 550 से अधिक लोग मारे गए हैं। इन हमलों में से पांच में सुरक्षा बलों को निशाना बनाया गया और 10 में नागरिकों को निशाना बनाया गया था। इन आत्मघाती हमलों ने एक शिया मस्जिद, एक मतदान केंद्र, एक ईसाई चर्च, दो सूफी मंदिरों, एक बाजार आदि को निशाना बनाया था।