वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन पर महाभियोग की जांच के निर्देश अमेरिकी संसद ने दिए हैं। बता दें कि प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने कहा कि वह सदन की एक समिति को राष्ट्रपति जो बाइडन के परिवार के व्यापारिक सौदों को लेकर उनके खिलाफ महाभियोग जांच शुरू करने का निर्देश दे रहे हैं। वर्ष 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले इस ऐतिहासिक कार्यवाही को काफी अहम माना जा रहा है।
मैक्कार्थी ने दावा किया कि हाउस ओवरसाइट कमेटी की अब तक की जांच में बाइडन परिवार के आसपास भ्रष्टाचार की संस्कृति पाई गई है। यह मामला राष्ट्रपति के बेटे हंटर बाइडन के कारोबारी सौदों से संबंधित है। मैक्कार्थी ने स्पीकर कार्यालय के बाहर कहा कि ये सत्ता के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के आरोप हैं, जिसे लेकर प्रतिनिधि सभा द्वारा आगे की जांच किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसलिए आज मैं हमारे सदन की समिति को राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ औपचारिक महाभियोग जांच शुरू करने का निर्देश दे रहा हूं।
अमेरिकी संविधान संसद को राष्ट्रपति सहित संघीय अधिकारियों पर देशद्रोह, रिश्वतखोरी और अन्य उच्च अपराधों और दुष्कर्मों के लिए महाभियोग चलाने का अधिकार देता है। एक राष्ट्रपति को पद से हटाया जा सकता है अगर सदन साधारण बहुमत से महाभियोग के लेखों को मंजूरी दे देता है।
ट्रम्प एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिन पर दो बार महाभियोग चलाया गया है। सीनेट में मुकदमे के बाद उन्हें दोनों बार उनके साथी रिपब्लिकन के वोटों की बदौलत बरी कर दिया गया। पहले महाभियोग 2019 में चलाया गया। इसमें ट्रम्प पर सत्ता के दुरुपयोग और कांग्रेस में बाधा डालने का आरोप लगाया गया। 2021 में उनपर दूसरा महाभियोग चलाया गया।