वाशिंगटन। भारतीय मूल के अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा कर उन्होंने भारत प्रशांत क्षेत्र में चीन को रोकने में भारत की भूमिका पर जोर दिया है। रामास्वामी ने कहा कि जो बाइडेन के कार्यकाल के दौरान भारत के साथ विश्वसनीयता थोड़ी कम रही है, जिस वे राष्ट्रपति बनने के बाद बढ़ाएंगे। रामास्वामी ने कहा है कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ समझौते पर बातचीत करना चाहते हैं। रामास्वामी ने कहा कि वह यूक्रेन को नाटो में शामिल होने से तभी रोकेगा जब रूस चीन के साथ सैन्य संबंध बचाएगा। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी तंज कर दावा किया कि अमेरिका ने रूस को चीन की गोद में धकेल दिया है।

चीन और रूस स्पष्ट रूप से अभी दो रणनीतिक चुनौती, विरोधी हैं। इन दोनों से निपटने के लिए भारत के साथ संबंध काफी महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। मुझे लगता है कि चीन और रूस हमेशा आगे नहीं बढ़ने वाले हैं, और वहां अवसर हैं लेकिन कुल मिलाकर हमें इस पर नजर रखनी चाहिए कि वे क्या कर रहे हैं। अमेरिकी सांसद ने कहा कि अमेरिका को यह उम्मीद नहीं रखनी चाहिए कि चीन के साथ संघर्ष के दौरान भारत मलक्का जलसंधि अवरुद्ध कर देगा लेकिन वह बीजिंग के ताइवान पर हमला करने पर दो मोर्चों पर युद्ध शुरू करने के लिए लद्दाख तथा अरुणाचल प्रदेश में अपनी सीमाओं पर आक्रामक रुख अपना सकता है।

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