नई दिल्ली । BRICS सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) शुक्रवार को ग्रीस पहुंचे हैं। ग्रीस (Greece) की राजधानी एथेंस (Athens) में पीएम मोदी ने अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। 40 सालों के बाद कोई भारतीय पीएम ग्रीस का दौरा कर रहा है। ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के विशेष न्यौते पर पीएम मोदी वहां पहुंचे हैं। हजारों की संख्या में एयरपोर्ट पर लोग पीएम नरेंद्र मोदी के स्वागत में पहुंचे। पीएम मोदी ने लोगों को निराश नहीं कर गर्मजोशी के साथ सभी लोगों से मुलाकात की। भारतीय पीएम जब होटल पहुंचे तब प्रवासी भारतीयों की होटल के पास भीड़ लग गई। होटल के बाहर मौजूद भारतीय प्रवासियों के एक सदस्य ने कहा, “हमें भारतीय होने पर गर्व है… हम बहुत उत्साहित हैं। आपका स्वागत है, मोदी जी! ग्रीस की आखिरी उच्च-स्तरीय यात्रा सितंबर 1983 में हुई थी, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ग्रीस की यात्रा की थी। प्रधानमंत्री मोदी दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए ग्रीस के पीएम मित्सोताकिस के साथ बातचीत करने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, पीएम मोदी यात्रा के दौरान दोनों देश व्यापार, इंफ्रास्ट्रक्चर, निवेश खंड का विस्तार, रक्षा साझेदारी बढ़ाना और जहाज निर्माण उद्योग पर विचार करने वाले हैं।
पीएम मोदी के ग्रीस की राष्ट्रपति कैटरीना सकेलारोपोलू से भी मुलाकात करने की उम्मीद है। ग्रीस यात्रा पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी अज्ञात सैनिक के मकबरे पर पुष्पांजलि अर्पित करने वाले हैं। प्रस्थान करने से पहले, पीएम मोदी भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने वाले हैं। जो चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद उनका स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं। पिछले लगभग एक साल में पीएम मोदी ने उन देशों के दौरे पर जोर दिया है, जहां दशकों से कोई भारतीय पीएम नहीं गए हैं। इसी कड़ी में जून में पीएम ने मिस्र का दौरा किया। 26 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने इस अफ्रीकी देश में गए थे। इसतरह पिछले साल मई में पीएम मोदी डेनमार्क गए थे, जो दो दशकों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का वहां दौरा था। अटल बिहारी वाजपेयी ने आखिरी बार 2002 में डेनमार्क का दौरा किया था। इस साल मई में पीएम मोदी ने पापुआ न्यू गिनी का दौरा किया, जो किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी।