लाहौर। पाकिस्तान में इस समय ईसाई समुदाय ‎निशाने पर है। यहां एक बार फिर अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की घटनाएं हो रही हैं। ‎मिली जानकारी के अनुसार पंजाब प्रांत में इस्लाम की पवित्र पुस्तक के अपमान की आशंका में गुस्साई भीड़ ने करीब आठ चर्चों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी है। आसपास के घरों को भी आग के हवाले कर दिया है। इस घटना से इलाके में भारी तनाव फैल गया है। हालां‎कि पाकिस्तान सरकार ने अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है। उधर इस मामले में अमेरिका ने चिंता जताई है और पाकिस्तान सरकार से जांच करने की अपील की है।

अमेरिका के प्रिंसिपल डिप्टी स्पोकपर्सन वेदांत पटेल ने कहा, हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि पाकिस्तान में कुरान के अपमान के आरोप में चर्चों और घरों को निशाना बनाया गया। हम अभिव्यक्ति की शांतिपूर्ण स्वतंत्रता और सभी के लिए धर्म और विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार का समर्थन करते हैं। हम पाकिस्तानी अधिकारियों से इन आरोपों की पूरी जांच करने का आग्रह करते हैं और इसमें शामिल सभी लोगों के लिए शांति का आह्वान करते हैं। घटना को लेकर पाकिस्तान की पुलिस ने बताया कि ये घटनाएं लाहौर से लगभग 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद जिले की जरनवाला तहसील में हुईं।

आरोप है कि वहां एक ईसाई व्यक्ति और उसकी बहन ने कथित तौर पर कुरान का अपमान किया और आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिसके बाद इलाके में नाराजगी बढ़ गई और भीड़ ने हमला बोल दिया। स्थिति को नियंत्रित करने और चमरा मंडी, जरनवाला में रहने वाले ईसाइयों की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान रेंजर्स को बुलाया गया। इलाके में स्थिति फिलहाल काफी तनावपूर्ण है। कथित तौर पर भीड़ ने ईसाई समुदाय को घेर लिया है। मामले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जरानवाला के पादरी इमरान भट्टी ने बताया कि भीड़ ने जरानवाला में पांच चर्चों को आग लगा दी। इनमें साल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेस्बिटेरियन चर्च, एलाइड फाउंडेशन चर्च और जारनवाला के ईसा नगरी इलाके में स्थित शेहरूनवाला के दो चर्च शामिल हैं।

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