मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत को आजादी सहजता से नहीं, हजारों लोगों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मिली है। आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारियों की भूमिका को कभी नहीं भुलाया जा सकता। मध्यप्रदेश के क्रांतिकारियों ने भी आजादी की लडाई में बढ़ -चढ़ कर हिस्सा लिया था।
मुख्यमंत्री चौहान स्वतंत्रता दिवस की संध्या पर रविन्द्र भवन में अमृत महोत्सव अंतर्गत संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित “आजादी का महापर्व” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर संस्कृति और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिवशेखर शुक्ला और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा दिल्ली के कर्तव्य पथ, इंडिया गेट पर लगाई गई है। शहीदों के स्मारक बन रहे हैं। स्मारक बनाकर हम उन वीरों की पूजा भी करते हैं। इसके बिना कोई देश विकास और प्रगति नहीं कर सकता। मुख्यमंत्री चौहान ने स्वराज संस्थान को आजादी की गाथाओं पर पुस्तक प्रकाशित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इन पुस्तकों को जरूर पढ़ें, अमर शहीदों के सर्वस्व न्यौछावर की वजह से हमें आजादी मिली है, इसे व्यर्थ न जाने दें। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में गौरवशाली, वैभवशाली, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है।
स्वागत उद्बोधन देते हुए संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि आज का कार्यक्रम अद्भुत और अनूठा है। मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में संस्कृति विभाग पूरे समर्पण से कार्य कर रहा है। आने वाली पीढ़ी क्रांतिकारियों से परिचित हो सके इसके लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश के स्वाधीनता संग्राम के इतिहास पर आधारित पांच पुस्तकों का विमोचन किया। आभार प्रदर्शन प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिवशेखर शुक्ला ने किया। कार्यक्रम में सिने कलाकार अन्नू कपूर और उनके दल ने देश भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।