गुरुग्राम । नूंह हिंसा के अहम किरदार बताए जा रहे मोनू मानेसर (Monu Manesar) की गिरफ्तारी की डिमांड तेज हो गई है। हिसार में हरियाणा के 30 खाप, संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं, किसान संगठनों और कई धर्मों के लोगों की महापंचायत हुई। इसमें नूंह हिंसा को लेकर कई प्रस्ताव पास किए गए। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सुरेश कोठ की अगुआई में हुई महापंचायत में हिसार, जिंद, कैथर, करनाल, भिवानी और फतेहाबाद जैसे जिलों के लोगों ने हिस्सा लिया। महापंचायत में नूंह में दुबारा शांति स्थापित करने को लेकर चर्चा की गई और भड़काऊ नारेबाजी, भाषण देने वालों को चेताया गया।

महापंचायत में सर्वसम्मति से गौरक्षक मानेसर और बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी की मांग भी शामिल है। आरोप है कि मोनू और बजरंगी ने ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होने का ऐलान कर मुस्लिम समुदाय को चुनौती देकर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। हालांकि, हिंसा के तुरंत बाद हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने मोनू मानेसर की भूमिका को नकार दिया था। उन्होंने कहा था कि यह यात्रा हर साल की तरह शांतिपूर्वक निकल रही थी और अचानक इस पर हमला किया गया। इस साल फरवरी में भरतपुर निवासी पशु व्यापारी नासिर और जुनैद की गौतस्करी के शक में हत्या कर दी गई। इस केस में मोनू मानसेर का नाम आने के बाद से मुस्लिम समुदाय में उसके खिलाफ आक्रोश था।

खापों और किसानों की महापंचायत में यह प्रस्ताव पास हुआ कि भविष्य में यदि हिंसा होती है, तब सभी धर्मों के लोग खुद को दूर रखें। नूंह में हिंसा के बाद शांति, सद्भाव स्थापित करने के लिए समाज के हर वर्ग को प्रयास करना चाहिए। अफवाह फैलाने वाले और लोगों को धमकाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की गई। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता कोठ ने आरोप लगाया कि बीजेपी से जुड़े लोग दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान संगठन माहौल को बिगाड़ने नहीं देगी। उन्होंने कहा, बीजेपी से जुड़े संगठन, कथिततौर पर जुलूस निकाल रहे हैं और सरपंचों को आदेश निकालने को मजबूर कर रहे हैं कि मुस्लिम गांव छोड़ दें। हम इसतरह के लोगों के खिलाफ सख्त ऐक्शन की मांग करते हैं जो समाज का सद्भाव बिगाड़ रहे हैं।

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