श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क में साउथ अफ्रीका से लाकर बसाई गई एक और मादा चीता धात्री की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक दो दिनों से उसकी लोकेशन नहीं मिल रही थी। बुधवार को उसका शव जंगल में मिला। अब तक यहां 9 चीतों की मौत हो चुकी है। कूनो में अब 15 चीते हैं, इनमें से एक मादा चीता की लोकेशन भी कई दिनों से नहीं मिल पा रही है।
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार सुबह यहां एक और चीते ने दम तोड़ दिया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) असीम श्रीवास्तव ने मादा चीता की मौत की पुष्टि की है। मादा चीता का नाम धात्री था।कूनो नेशनल पार्क की तरफ से इस संबंध में एक बयान जारी किया गया है। बयान में कहा गया कि मादा चीता की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।बयान में आगे कहा गया कि कूनो नेशनल पार्क में रखे गए 14 चीते (7 नर, 6 मादा और एक शावक) स्वस्थ हैं। कूनो वन्यप्राणी चिकित्सक टीम एवं नामीबियाई विशेषज्ञ के द्वारा चीतों का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।