नई दिल्ली/शनिवार सुबह इंडियन नेशनल डिवेलपमेंट इंकल्यूसिव एलाइंस (INDIA) में शामिल 16 राजनीतिक दलों के 21 सांसद मणिपुर रवाना हुए, दो दिन के दौरे के दौरान यह सांसद प्रभावित इलाकों का दौरा करने के साथ राहत शिविरों में रहने वाले लोगों के साथ साथ महिला और अन्य संगठनों से बात करेंगे साथ ही दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों से भी मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि मणिपुर की सही स्थिति का आंकलन और जमीनी हकीकत समझने के बाद विपक्ष वहां की सही स्थिति और मणिपुर वासियों का दर्द और पीड़ा को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान प्रभावी ढंग से सदन में प्रस्तुत कर सकेगा ,साथ ही इस नस्लीय हिंसा के समय मणिपुर की एन बीरेन सिंह सरकार और उनके प्रशासन की भूमिका को भी सही तरीके से व्यक्त कर सकेगा।
16 राजनीतिक दलों के यह सांसद इंफाल पहुंचकर सबसे पहले चूराचांदपुर और विष्णुपुर पहुंचेंगे, वह इस पहाड़ी इलाके का सघन जायजा लेंगे साथ ही वह कुकी और नगा समुदाय के लोगों से मिलकर वस्तुस्थिति जानेंगे। ये संसदीय दल यहां के महिला संगठनों से मिलकर बातचीत करने और क्षेत्र में घूमकर स्थानीय लोगों और उनकी मनस्थिति को जानने ,हालात , नुकसान और वर्तमान परिस्थितियों का आंकलन भी करेगा।
वहीं रविवार को विपक्षी सांसद इंफाल के राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों से मुलाकात करेंगे, और उनसे बात कर शासन प्रशासन व्दारा मुहैया सुविधाओं और अन्य स्थितियों को जानेंगे। इसके अलावा वह इस घाटी इलाके में रहने वाले मैतई समुदाय और उसके प्रबुद्ध लोगों से भी चर्चा करेंगे। साथ ही दोनों समुदायों के बीच बढ़ते वैमनस्य के कारणों और भविष्य में सुलह कैसे हो उस पर भी बात कर सकते हैं।
दो दिनी दौरे के बाद लौटने से पूर्व यह सांसद मणिपुर की राज्यपाल अनसुईया उईके से भी मुलाकात करेंगे, और उन्हें अपनी तरफ से जानकारी उपलब्ध कराने के साथ मणिपुर का मसला सुलझाने के मद्देनजर अपने सुझाव भी देंगे।
विपक्षी सांसदो के इस दल में कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई,फूला देवी नेताम, टीएमसी सांसद महुआ मोहित्रा ,जेडीयू के ललन सिंह ,आरजेडी के मनोज झा ,आरएलडी के जयंत चौधरी, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन ,डीएमके के डी रविकुमार,आप के सुशील गुप्ता शिवसेना के अरविंद सावंत समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान जेएमएम की महुआ मांझी जेडीयू के अनिल प्रसाद हेंगडे, सीपीआई एम के एए रहीम, आईएमएल के सांसद ईटी मोहम्मद बशीर, प्रमुख रूप से शामिल हैं।
मणिपुर जाने के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हम कोई वहां राजनीतिक मुद्दा उठाने के लिए नहीं जा रहे बल्कि मणिपुर के लोगों का दर्द और जमीनी स्थिति जानने जा रहे हैं उन्होंने कहा मोदी सरकार ने मणिपुर हिंसा को लेकर अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई जिससे आज स्थिति बिगड़ गई है उन्होंने कहा वहां से लौटकर अपनी बात रखेंगे।
जबकि आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने कहा हम वहां जाकर स्थिति जानेंगे और हकीकत से रूबरू होगें जबकि पीएम मणिपुर मामले में संसद में बयान देने को राजी नहीं है। वहीं आप सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि सरकार चर्चा को तैयार नहीं हैं पीएम संसद में आ नहीं रहे हैं ऐसी स्थिति में हम सब मणिपुर की ग्राउंड रिपोर्ट लेने जा रहे हैं।
लेकिन विपक्षी सांसदों के मणिपुर जाने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के लोग पॉलिटिकल टूर पर निकले हैं उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी क्या बंगाल को लेकर भी ऐसे ही सवाल उठाएंगे हत्या के रास्ते जो सत्ता को भुनाने का काम ममता सरकार कर रही है क्या चौधरी उसकी खिलाफत भी करेंगे।