दिल्ली। बुधवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अन्‍तरराष्‍ट्रीय प्रदर्शनी सह सम्‍मेलन केंद्र परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत मंडपम’ को देखकर हर भारतीय आनंदित है और गर्व महसूस कर रहा है. भारत मंडपम भारत के सामर्थ्य का, भारत की नई उर्जा का आह्वान है. भारत मंडपम भारत की भव्यता और इच्छाशक्ति का दर्शन है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दिन हर देशवासी के लिए एतिहासिक है. आज कारगिल विजय दिवस है. देश के दुश्मनों ने जो दुस्साहस दिखाया था उसे मां भारती के बेटे-बेटियों ने अपने पराक्रम से परास्त कर दिया था. कारगिल युद्ध में अपना बलिदान देने वाले प्रत्येक वीर को मैं पूरे राष्ट्र की तरफ से श्रद्धांजलि देता हूं.

पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत मंडपम’ नाम के पीछे भगवान बटेश्वर के अनुभव मंडपम की परिकल्पना से है. इस निर्माण को रोकने के लिए नकारात्मक सोच वालों ने क्या-क्या कोशिशें नहीं की, अदालतों के चक्कर काटे थे. कुछ लोगों की फितरत होती है हर अच्छे काम को रोकने, टोकने की. जब कर्तव्य पथ पर बन रहा था तो न जाने क्या क्या कथाएं चल रही थीं. अखबार, ब्रेकिंग न्यूज में न जाने क्या-क्या चल रहा था.कर्तव्य पथ बनने के बाद वे लोग भी दबी ज़ुबान में कहने लगे कि अच्छा हुआ है।

“भारत टॉप-3 इकोनॉमी में से एक होगा”

हमारे पहली अवधि में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें स्थान पर था.  हमारी दूसरी अवधि में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5वें स्थान पर आया.  मैं ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर कह रहा हूं कि हमारी तीसरी अवधि में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था के तीसरे स्थान पर होगा. आज दुनिया यह स्वीकार कर रही है कि भारत ‘लोकतंत्र की जननी’ है. आज जब हम आज़ादी के 75 वर्ष होने पर ‘अमृत महोत्सव’ मना रहे हैं, यह ‘भारत मंडपम’ हम भारतीयों द्वारा अपने लोकतंत्र को दिया एक खूबसूरत उपहार है. कुछ हफ्तों बाद यहां G20 से जुड़े आयोजन होंगे. दुनिया के बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष यहां उपस्थित होंगे. भारत के बढ़ते कदम और भारत का बढ़ता कद इस ‘भारत मंडपम’ से पूरी दुनिया देखेगी.

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