इस्लामाबाद। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा आतंकवादी हमलों को लेकर इस्लामाबाद और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर द्वारा काबुल को धमकी देने के कुछ दिनों बाद पाकिस्तानी बलों ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत पर गोलाबारी की।

पाकिस्तानी बलों ने अफगान सीमा पर कथित टीटीपी ठिकानों पर गोलाबारी की जिसके बाद तालिबान बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। अफगानिस्तान में टीटीपी की मौजूदगी को लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव के बीच यह झड़प हुई। कथित झड़प पर काबुल या इस्लामाबाद की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
पाकिस्तान ने अपने विशेष दूत को काबुल भेजा ताकि यह स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि अंतरिम सरकार को टीटीपी के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी होगी। लेकिन अफगान तालिबान ने कई बैठकों के बाद विशेष दूत से कहा कि पाकिस्तान को बल प्रयोग के बजाय शांति का रास्ता अपनाना चाहिए। राजदूत आसिफ दुर्रानी ने अपनी यात्रा के दौरान अफगानिस्तान के कार्यवाहक उप प्रधान मंत्री मावलवी अब्दुल कबीर, कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की।

बंद दरवाजे की बातचीत से परिचित आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तालिबान नेतृत्व को स्पष्ट शब्दों में बताया गया था कि टीटीपी के मुकाबले पाकिस्तान का धैर्य कमजोर हो रहा है। पाकिस्तान ने मुद्दे को अफगान अधिकारियों के साथ कई मौकों पर और पाकिस्तान और अफगान अंतरिम अधिकारियों के बीच होने वाली हर महत्वपूर्ण बातचीत में उठाया है।

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