सियोल। नॉर्थ कोरिया ने बुधवार को दो बैलेस्टिक मिसाइल दागीं। दोनों ही जापान के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन में गिरीं। तानाशाह किम जोंग उन की इस हरकत की वजह साउथ कोरिया में अमेरिकी सबमरीन की तैनाती मानी जा रही है। चंद घंटे पहले ही अमेरिका ने इस न्यूक्लियर आम्र्ड बैलेस्टिक मिसाइलों से लैस सबमरीन को साउथ कोरिया के पोर्ट पर तैनात किया था।
जापान और साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया की इस हरकत को उकसावे वाली कार्रवाई करार दिया है। साउथ कोरिया के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने नॉर्थ कोरिया से कहा है कि वो इस तरह की लॉन्चिंग बंद करे। जापान के रक्षा मंत्री यासूकाजू हमादा ने मीडिया से कहा- पहली मिसाइल 50 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई और इसकी रेंज 550 किलोमीटर थी। दूसरी मिसाइल भी 50 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई और इसकी रेंज 600 किलोमीटर थी। हमने टॉप डिप्लोमैटिक चैनल्स के जरिए नॉर्थ कोरिया के सामने अपना प्रोटेस्ट दर्ज करा दिया है। करीब एक हफ्ते पहले ही नॉर्थ कोरिया ने लेटेस्ट ह्वासोंग-18 सॉलिड फ्यूल इंटकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल का टेस्ट किया था। तब उसकी तरफ से दावा किया गया था कि ये अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के दुश्मनों के लिए वॉर्निंग है।