भोपाल : अगर आप कूनो नेशनल पार्क जाकर चीतों के दीदार करने की सोच रहे हैं तो अब आपके लिए यह खबर निराशा ही पैदा करेगी। चीतों की मौतों और उनमे फैले संक्रमण के मद्देनजर पर्यटक अब चीते नहीं देख पाएंगे । यह निर्णय सैद्धांतिक रूप से ले लिया गया है।
4 माह में हो चुकी है आठ चीतों की मौत
श्योपुर जिले में बनाये गए कूनो नेशनल पार्क मे नामीबिया और अफ्रीका से लाकर बसाए गए चीतों के कुनबे में से महज चार माह में 8 चीतों की मौत हो चुकी है जबकि चार अभी भी संक्रमित बताए जा रहे हैं।
बाकी चीतों का स्वास्थ्य शुरू
लगातार हो रही चीतों की मौतों के बाद से सरकार में हड़कंप मचा हुआ है । स्वयं प्रधानमंत्री भी स्थिति की समीक्षा कर चुके है। दुनिया भर के वन्यजीव और चीता विशेषज्ञों से परामर्श चल रहा है । इसके बाद अब बाकी बचे सभी चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण और नियमित मोनिटरिंग शुरू हो गई है।
सभी चीतों को फिर बाड़े में भेजा जा रहा है
चीतों की लगतार हो रही चीतों की मौत के बाद धीरे धीरे खुले जंगल मे छोड़े गये चीतों को स्वास्थ परीक्षण के लिए खुले जंगल से पकड़ कर बाड़े में शिफ्ट किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने जन्मदिन पर छोड़े थे चीते
भारत मे लुप्त हो चुके चीतों को एक बार फिर भारत मे बसाने की पहल सरकार ने की । इसके लिए गिरि वन गुजरात से शेरो को लाकर श्योपुर में बनाये गए कूनो अभ्यारण्य को चुना गया। लंबी कवायद और ट्रेनिग के बाद नामीबिया से चीतों की पहली खेप आई और इन चीतों को बाड़े में छोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन 19 सितम्बर को स्वयं कूनो पहुंचे थे।