इस्लामाबाद। पाकिस्तान में मुहर्रम का महीना शुरू होते आतंकवादी हमले तेज हो गए हैं। जानकारी के अनुसार खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत और उसके आसपास के आदिवासी इलाकों में आतंकवादी हमलों में तीन पुलिसकर्मी व एक नागरिक की मौत हुई है। पुलिस के अनुसार, पुलिस की वर्दी पहने दो आत्मघाती हमलावर एक कार में सवार होकर बारा में तहसील कार्यालय परिसर में पहुंचे और कंटीले तारों की बाड़ को काटकर परिसर में घुस गए। एक प्रांतीय पुलिस अधिकारी ने कहा कि जैसे ही अतिरिक्त घुसपैठियों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाईं, दो आत्मघाती हमलावरों ने मुख्य द्वार से परिसर में प्रवेश करने का प्रयास किया। जवाबी कार्रवाई में, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने आत्मघाती हमलावरों पर गोलियां चला दीं, इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि गोलीबारी के कारण दोनों आत्मघाती हमलावरों के विस्फोटकों से भरे जैकेट में विस्फोट हो गया, इसके परिणामस्वरूप कार्यालय की इमारत का एक हिस्सा ढह गया।
इसके बाद हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आतंकवादी समूह के एक गुट जमात-उल-अहरार ने ली थी। यह घटना पेशावर के रेगी मॉडल टाउन इलाके में घटी है। हालांकि एक हमले में दो पुलिसकर्मियों के मारे जाने और दो अन्य के घायल होने के कुछ ही घंटों बाद ही जिम्मेदारी ले ली गई है। टीटीपी ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमलों के मद्देनजर, अधिकारियों ने देश भर में मुहर्रम जुलूस के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तानी सेना के जवानों की तैनाती की घोषणा की है। सिंध, बलूचिस्तान, केपी और पंजाब प्रांतों के साथ-साथ गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर सरकार से कानून और व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना तैनात करने का अनुरोध किया है।