वॉशिंगटन। होर्मुज जलडमरूमध्य में ईरानी गतिविधियों में पिछले कुछ दिनों से काफी तेजी आई है। यह देखकर अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने एफ-35 और एफ-16 फाइटर जेट्स के साथ-साथ विध्वंसक यूएसएस थॉमस हडनर को मध्य पूर्व में तैनात करने का आदेश दिया है। माना जा रहा है कि इस नए घटनाक्रम के बाद अमेरिका और ईरान में तनाव बढ़ सकता है। पेंटागन की तरफ से कहा गया है कि अमेरिका और अमेरिकी हितों की रक्षा के साथ नेविगेशन की आजादी सुनिश्चित करने के लिए मीडिल ईस्ट में एफ-35 सहित दूसरे लड़ाकू विमान तैनात किए जाएंगे।
पेंटागन की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी सबरीना सिंह ने कहा, होर्मुज जलडमरूमध्य में हाल की कई खतरनाक घटनाओं के जवाब में, रक्षा सचिव ने यूएस सेंट्रल कमांड एरिया ऑफ रिस्पॉन्सिबिलिटी में डेस्ट्रॉयर यूएसएस थॉमस हडनर, एफ-35 लड़ाकू फाइटर जेट्स और एफ-16 फाइटर जेट्स की तैनाती के आदेश दिए हैं। यह तैनाती इस महीने की शुरुआत में दो घटनाओं के बाद हुई है, जिसमें ईरानी नौसेना के जहाजों ने होर्मुज जलडमरूमध्य और ओमान की खाड़ी में कमर्शियल जहाजों को जब्त करने की कोशिशें की थीं।
अमेरिकी नौसेना ने पांच जुलाई को दोनों घटनाओं में बीच-बचाव किया था। एक घटना के तहत एक ईरानी जहाज रिचमंड वोयाजर तेल टैंकर के पास आ रहा था, तब उसी समय ईरानी कर्मियों ने टैंकर पर गोलियां चला दीं थीं। साथ ही क्रू के रहने की जगह के पास जहाज को टक्कर मार दी थी। सबरीना ने बताया कि इस निरंतर खतरे के मद्देनजर और अमेरिकी सहयोगियों और सहयोगियों के साथ समन्वय को ध्यान में रखते हुए आसपास की सीमा की निगरानी करने के मकसद से रक्षा विभाग क्षमताओं और मौजूदगी को बढ़ा रहा है। उनका कहना था कि अमेरिका, ईरान से इन अस्थिर करने वाली कार्रवाइयों को तुरंत बंद करने की अपील करता है। पेंटागन का मानना है कि ईरान इस रणनीतिक जलमार्ग के जरिए व्यापार की आजादी को खतरे में डाल रहा है। यह वह हिस्सा है जहां से सबसे ज्यादा तेल सप्लाई दुनिया को की जाती है। पिछले हफ्ते, एक सीनियर रक्षा ऑफिशियल ने कहा था कि अमेरिका, वायु और समुद्री जलमार्ग की निगरानी जारी रखने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।