पेरिस। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस की यात्रा की। उनकी यात्रा को लेकर फ्रांस में काफी जोश नजर आया। लेकिन जिस वक्त पीएम मोदी पेरिस में राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो को गले लगा रहे थे, तभी फ्रांस की नौसेना का एक जहाज चुपचाप भारत के दक्षिणी पड़ोसी श्रीलंका का दौरा कर रहा था। पीएम मोदी की इस यात्रा का मकसद हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत-फ्रांस के एक रणनीतिक रोडमैप तैयार करना था। रिपोर्ट के मुताबिक फ्रेंच जहाज, लोरेन ने पिछले सप्ताह कोलंबो का दौरा किया। इसी दौरान यहां से रवाना होने से पहले उसने एक पासिंग अभ्यास में भी हिस्‍सा लिया।

चीन जिस तरह से हिंद महासागर को लेकर आक्रामक हो रहा है, यह देखकर फ्रांस की नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) सहित हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपनी तैनाती बढ़ा दी है। इस क्षेत्र में फ्रांस, भारतीय नौसेना के साथ नियमित संयुक्त अभ्यास आयोजित करता है। दोनों पक्षों ने पिछले हफ्ते नौसैनिक सहयोग बढ़ाने और भारत में रक्षा औद्योगिक क्षमताओं को विकसित करने के साथ ही साथ बाकी देशों की जरूरतों का समर्थन करने का निर्णय लिया है। श्रीलंका, भारत के लिए रणनीतिक तौर पर बहुत ही महत्वपूर्ण है।

फ्रांस की नौसेना के जहाज के मामले से अवगत लोगों के अनुसार जब प्रधानमंत्री फ्रांस के दौरे पर गए और मैंक्रो से मिले, तब उन्‍होंने क्षेत्र की स्थिरता पर भी चर्च की। भारत और फ्रांस के रोडमैप में इस बात पर जोर दिया गया है कि दोनों देश अफ्रीका, हिंद महासागर क्षेत्र, दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत क्षेत्र सहित क्षेत्र के देशों में विकास सहयोग बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने वाले हैं।

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