मास्को। रूस में सत्ता कायम रखने के लिए विरोधियों का कुचलना ही एकमात्र रास्ता है। पिछले दिनों वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन की बगावत के बाद चर्चा हो रही है कि रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बाद कौन है, जो उनकी जगह ले सकता है? भले ही प्रिगोझिन की बगावत असफल हो गई हो, लेकिन पुतिन के विरोधियों को एक आशा दिखी है कि रूस में ताकत से कुछ भी संभव है।पुतिन के विरोध के कारण देश से निर्वासित जीवन जी रहे पूर्व ऑयल बिजनेसमैन और प्रो-डेमोक्रेसी एक्टिविस्ट मिखाइल खोदोर्कोवस्की ने घोषणा कि है कि पुतिन का साम्राज्य पतन की ओर बढ़ रहा है, लेकिन नए रूस का निर्माण बैलेट बॉक्स या शांतिपूर्ण तरीके से नहीं होगा।

पुतिन के पतन के बाद होगा विद्रोह

एक्टिविस्ट्स के मुताबिक पुतिन के पतन के बाद रूस में सशस्त्र विद्रोह करना पड़ेगा। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस के 6 लोग हैं जो पुतिन के बाद सर्वोच्च पद तक पहुंच सकते हैं। हालांकि, अगर पुतिन को किसी भी कारण से कुछ भी होता है तो सबसे पहले रूस के संविधान के तहत मौजूदा प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तीन स्वत: कार्यकारी राष्ट्रपति बन जाएंगे।

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