पीएम मोदी 20 जून को अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर गए थे। वहां पीएम मोदी ने सबसे पहले 21 जून को न्यूयॉर्क में स्थित यूएन मुख्यालय में योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया था. पीएम मोदी ने दिग्गज कंपनियों के सीईओ के साथ मुलाकात भी की थी. व्हाइट में पीएम का भव्य स्वागत किया गया था. साथ ही उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी. राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने पीएम मोदी के सम्मान में राजकीय डिनर की मेजबानी की थी।
अमेरिका के साथ कई डील करने के अलावा पीएम ने अमेरिकी संसद को संबोधित भी किया था. ये उनका दूसरा संबोधन था. इससे पहले भी 2016 में उन्होंने अमेरिकी संसद को संबोधित किया था. इस दौरान अमेरिकी सांसदों ने पीएम के लिए कई बार जोरदार तालियां बजाई थीं. पीएम ने इसके साथ-साथ वाशिंगटन में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया था. पीएम अमेरिका के दौरे के बाद शनिवार (24 जून) को मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर काहिरा पहुंचे थे. पीएम मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र के दौरे पर गए।
पिछले 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की मिस्र की यह पहली यात्रा है. उन्होंने इस दौरान दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी सहित मिस्र के नेतृत्व के साथ बातचीत की. प्रधानमंत्री रविवार को दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से बहाल की गई 11वीं सदी की अल-हकीम मस्जिद भी गए. मस्जिद का निर्माण फातिमिद वंश के शासन के दौरान किया गया था. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने काहिरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ पुरस्कार से सम्मानित भी किया. ऑर्डर ऑफ द नाइल मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है।