ग्वालियर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 24 जून को ग्वालियर आ रहे है। वे महिलाओं की बड़ी सभा का मेगा शो करने के साथ ही अनेक उदघाटन और शिलान्यास करने वाले है लेकिन उससे पहले ही कांग्रेस जन समस्याओं में सरकार द्वारा अड़ंगे लगाए जाने का मुद्दा लेकर कांग्रेस सड़कों पर आ गयी है। 57 साल बाद पहली बार कांग्रेस की महापौर बनी शोभा सिकरवार द्वारा भाजपा सरकार एवं निगम प्रशासन के खिलाफ आज ग्वालियर के फूलबाग चौराहे पर धरना प्रदर्शन कर विरोध प्रकट किया जा रहा है। उनका आरोप है कि सरकार और बीजेपी उनके विकास के मार्ग में बाधा पैदा कर रही है।
इस दौरान चम्बल ग्वालियर संभाग के प्रभारी प्रकाश भाटिया ,कांग्रेस के जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, महापौर पति और कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद हैं।
यह हैं मेयर की मांगें
महापौर द्वारा यह धरना पेयजल के पुराने बिलों को माफ करने और गारवेज शुल्क कम करने की मांग को लेकर किया जा रहा है । इसके साथ ही उन्होंने हाल ही में सीवर की सफाई के दौरान जान गवाने वाले सफाई कर्मियों के परिजनों को 50 ₹50 लाख की आर्थिक सहायता देने की भी मांग की है इसके साथ ही सफाई कर्मियों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने की भी मांग है ।
बीजेपी नेताओं पर विकास रोकने का आरोप
महापौर और कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि निगम एमआईसी द्वारा पास प्रस्तावों को रोका जा रहा है और निगम अधिकारी भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं जिसके विरोध में यह धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान चंबल संभाग प्रभारी प्रकाश भाटिया भी कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई के लिए यहां मौजूद है।
क्या बोली मेयर शोभा सिकरवार
महापौर शोभा सिकरवार ने कहा कि उन्होंने जनता से जो वादे किए थे उनको पूरा करने का प्रयास कर रही हैं जिसमें महत्वपूर्ण वादा पानी के पुराने दिनों को माफ करने का था और गार्बेज शुल्क कम करने की घोषणा थी एमआईसी में यह मुद्दे पास भी हो चुके हैं लेकिन भाजपा से जुड़े उन लोगों को धरातल पर पूरा नहीं होने दे रहे हैं जिसके लिए उन्हें मजबूरन धरने पर बैठना पड़ा है।