दिल्ली : देश में 21 जून को सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात होगी। इसके बाद दिन छोटे होते जाएंगे और रातें बड़ी होती जाएंगी। भोपाल में 13 घंटे 31 मिनट का दिन और 10 घंटे 29 मिनट की रात होगी। 21 जून को सूर्य उत्तरी गोलाद्र्ध में कर्क रेखा पर लम्बवत होता है, इसलिए इस दिन का दिनमान ज्यादा और रात का रात्रिमान कम रहता है। इस दिन दोपहर में एक क्षण ऐसा भी आएगा, जब व्यक्ति को स्वयं की परछाई भी दिखाई नहीं देगी। इस दिन रात्रि 8:26 बजे सूर्य सायन कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और दक्षिणायन होंगे।
इससे वर्षा ऋतु का आरम्भ भी होगा। ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया कि उत्तरी गोलाद्र्ध में 21 जून को सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात होगी। इस दिन उत्तरी गोलाद्र्ध में मौजूद सभी देशों में दिन अधिकतम बड़े, रातें अधिकतम छोटी रहती हैं। इस कारण भयंकर गर्मी रहती है। इस के उलट दक्षिणी गोलाद्र्ध में रातें अधिकतम बड़ी, दिन अधिकतम छोटे होने के साथ उन देशों में सर्दी ज्यादा होती है। 21 जून के बाद दिन धीरे-धीरे छोटे होते-होते 9 घंटे 36 मिनट के और रातें बड़ी होते-होते 14 घंटे 24 मिनट तक हो जाएंगी।
ग्वालियर में 13 घंटे 44 मिनट का दिन और 10 घंटे 16 मिनट की रात होगी। उज्जैन में 13 घंटे 31 मिनट का दिन, 10 घंटे 31 मिनट की रात होगी। दिल्ली में 13 घंटे 58 मिनट का दिन, 10 घंटे 02 मिनट की रात होगी।22 दिसम्बर को सबसे बड़ी रात और दिन सबसे छोटा रहता है। 23 सितम्बर को पृथ्वी की भूमध्य रेखा बिल्कुल सूर्य के सामने पड़ती है, जिससे दिन और रात बराबर होते हैं। कर्क रेखा मध्यप्रदेश के भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, शहडोल शहरों से और राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल के राज्यों से गुजरती है। इस दिन से सूर्य सायन कर्क राशि से सायन धनु राशि तक 6 माह दक्षिणायन रहेंगे। इस समय शुभ कार्यों पर भी प्रतिबंध रहेगा।