नई दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को के लिए 6 जून को उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी। अब एयर इंडिया उन सभी यात्रियों के पैसे वापस करेगा। साथ ही उन्हें भविष्य की यात्रा के लिए यात्रा वाउचर भी मुफ्त में देने का ऐलान किया है।
एयर इंडिया ने अपने कुछ यात्रियों को भविष्य की यात्रा के लिए मुफ्त में वाउचर देने का ऐलान किया है। इसके जरिये वह आने वाले समय में एक यात्रा मुफ्त में कर सकेंगे। इसके साथ ही एयर इंडिया प्रबंधन तकनीकी खराबी के कारण परेशानी झेलने को मजबूर हुए यात्रियों के टिकट के पूरे पैसे भी वापस करेगी। साथ ही उन्हें उनके गंतव्य तक दूसरे विमान से पहुंचाने का भी कोई चार्ज नहीं लेगी। इससे इन यात्रियों की मौज हो गई है। मगर यह सुविधा केवल उन्हीं यात्रियों के लिए है, जो 6 जून को नई दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को जा रहे एयर इंडिया के विमान से यात्रा कर रहे थे और तकनीकी खराबी के कारण विमान को रूस के मगदान में आपात स्थिति में उतारा गया था। इसके बाद दूसरे विमान से इन यात्रियों को एयर इंडिया ने उनके गंतव्य तक भेजवाया।
एयर इंडिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह तकनीकी खामी की वजह से रूस के सुदूर इलाके में फंसने वाली अपनी दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को उड़ान के सभी यात्रियों को टिकट का पूरा पैसा वापस करेगी। एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि एयर इंडिया इस उड़ान के सभी यात्रियों के टिकट का पूरा पैसा वापस करने के साथ ही उन्हें भविष्य की यात्रा के लिए अपना एक वाउचर भी देगी। एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 173 ने गत छह जून को दिल्ली से उड़ान भरी थी, लेकिन इंजन में तकनीकी खराबी आ जाने से विमान को रूस के सुदूर इलाके मेगदान में उतारना पड़ा था। इस विमान में 216 यात्री और चालक दल के 16 सदस्य सवार थे। फंसे हुए यात्रियों को मगदान से निकालने के लिए एयर इंडिया ने बुधवार को मुंबई से एक राहत विमान को रवाना किया था।
तकनीकी खराबी के चलते बीच रास्ते में फंसे यात्रियों को बाद में एयर इंडिया ने उनके गंतव्य तक पहुंचा तो दिया, लेकिन नई दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को पहुंचने में उन्हें 56 घंटे लग गई। मगदान से यात्रियों एवं चालक दल को लेकर यह विमान बृहस्पतिवार को सैन फ्रांसिस्को पहुंचा। एयरलाइन ने इस असुविधा के लिए यात्रियों से खेद जताते हुए कहा कि विमान के एक इंजन में कुछ तकनीकी समस्या दिखने पर पायलट ने यात्रियों की सुरक्षा को अहमियत देते हुए विमान को नजदीकी हवाईअड्डे पर उतारने का फैसला किया था।