वाशिंगटन। भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने पीएम मोदी की अमेरिका की आगामी यात्रा और पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के बीच साझा किए गए सौहार्द पर कहा कि यह हमारे दोनों नेताओं और हमारे देशों के बीच संबंधों को बढ़ाने का एक अवसर होने जा रहा है। वहीं राजदूत गार्सेटी ने 26/11 के मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर कहा कि अदालत ने यह आदेश दिया है कि यह प्रत्यर्पण होना चाहिए और यह मेरी अपेक्षा है। अमेरिका की अदालत ने 18 मई को पाकिस्तानी मूल के कनाडाई कारोबारी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है। भारतीय अधिकारियों ने तहव्वुर के मुंबई आतंकी हमले में शामिल होने की बात कही थी। इन आरोपों के जरिए मांग थी कि तहव्वुर राणा को भारत भेजा जाए।
राणा ने शिकागो यूएसए में फर्स्ट वर्ल्ड इमिग्रेशन सर्विसेज नामक एक कंसल्टेंसी फर्म की स्थापना की। यह मुंबई में इस व्यवसाय की एक शाखा थी जिसने हेडली को पाकिस्तानी आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के लिए संभावित लक्ष्यों की पहचान करने और उन पर निगरानी रखने के लिए सही कवर प्रदान किया था।