लाहौर। अलगाववादी नेता और पूर्व आतंकी यासीन मलिक की पत्नी को डर है कि उसके पति को भारत में फांसी दी जा सकती है। उसने पाकिस्तानी सरकार से अंतर्राष्ट्रीय मंच पर आवाज उठाने की गुहार लगाई है। पत्नी मुशाल मलिक ने दावा किया है कि टेरर फंडिंग केस में उम्रकैद की सजा काट रहे उसके पति को फांसी दी जा सकती है। उसने पाकिस्तान से यासीन मलिक की रिहाई के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर आवाज उठाने की मांग की है। यासीन मलिक पाकिस्तान का पुराना मोहरा रहा है। वह जम्मू कश्मीर में पहले आतंकवादी घटनाओं में शामिल था और बाद में सरेंडर कर अलगाववादी गुट हुर्रियत कांफ्रेंस में शामिल हो गया। यासीन मलिक की पत्नी मुशाल मलिक ने पाकिस्तान से कहा है कि भारत में उसके पति की न्यायिक हत्या हो सकती है। मुशाल पाकिस्तान में पीस एंड कल्चर ऑर्गनाइजेशन (पीसीओ) की अध्यक्ष है। उसने लाहौर के जिन्ना हाउस में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक के लिए फिर से मौत की सजा की मांग की है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को एनआईए ने यासीन मलिक के लिए मृत्युदंड की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका को 29 मई सोमवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है। पिछले साल दिल्ली की विशेष अदालत ने यासीन मलिक के लिए एनआईए की मौत की सजा की याचिका को खारिज कर दिया था। हालांकि, कोर्ट ने यासीन को देश के खिलाफ जंग छेड़ने सहित दो मामलों में उम्र कैद की सजा दी, जबकि पांच मामलों में 10-10 साल की सजा हुई थी। उस पर 10 लाख रुपए का जुमार्ना भी लगाया गया था। यासीन मलिक के जेकेएलएफ पर केंद्र सरकार ने 2019 में प्रतिबंध लगा दिया था। वह अभी दिल्ली के तिहाड़ जेल में सजा काट रहा है।
यासीन की पत्नी मुशाल ने आशंका जाहिर की है कि उनके पति को कल (सोमवार) मौत की सजा दी जा सकती है। उसने गीदड़भभकी देते हुए कहा कि मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहती हूं कि कोई भी कश्मीरी मौत से नहीं डरता। उसने शेखी बघारते हुए कहा कि यासीन मलिक एक व्यक्ति नहीं है, बल्कि यह एक आंदोलन का नाम है। उसने यहां तक कहा कि पीएम मोदी उसके पति को फांसी देकर चुनाव नहीं जीत पाएंगे। मुशाल मलिक ने दावा किया कि कश्मीर के लोग इस तरह के कृत्य पर पूरी ताकत से प्रतिक्रिया देंगे।