इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की कट्टर समर्थक व लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस पर हमले की मुख्य संदिग्ध खदीजा शाह ने सरेंडर कर दिया है। गौरतलब है कि इमरान खान को 9 मई को अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पीटीआई समर्थकों ने पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किए थे। इस दौरान पूरे देश में जमकर हिंसा हुई थी। कुछ लोगों ने लाहौर में जिन्ना हाउस और अन्य सैन्य दफ्तरों को भी निशाना बनाया था। पाकिस्तान आर्मी ने खदीजा शाह को जिन्ना हाउस पर हमले का मास्टरमाइंड बताया। इसी बीच लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस पर हमले की मुख्य संदिग्ध खदीजा शाह को लाहौर में गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बात की पुष्टि पंजाब पुलिस ने की। पेशे से फैशन डिजाइनर ख़दीजा शाह दिवंगत सेनाध्यक्ष जनरल (आर) आसिफ नवाज जांजुआ की पोती हैं। वह पूर्व वित्त सलाहकार डॉ. सलमान शाह की बेटी हैं, जो पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की वित्त टीम के सदस्य थे और उन्होंने उस्मान बुजदार सरकार के दौरान पंजाब सरकार में सलाहकार के रूप में भी काम किया था। शाह पर 9 मई की तबाही के दौरान लाहौर कॉर्प्स कमांडर के घर पर हमले का नेतृत्व करने का आरोप है।
बता दें कि इमरान खान को एक भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था, इसलिए वह तब से छिपी हुई थी जब से अधिकारियों ने सार्वजनिक और सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ करने वालों पर कार्रवाई शुरू की थी। शाह एक पूर्व सेना प्रमुख की पोती भी हैं। पुलिस द्वारा उसके घर पर छापा मारने और उसके पति सहित परिवार के सदस्यों को हिरासत में लेने के बाद उसने रविवार को आत्मसमर्पण करने की घोषणा की।
जानकारी के अनुसार जब पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा तो वह पिछले दरवाजे से भाग गई थी। खदीजा शाह का एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में शाह ने बताया था कि पिछले कुछ दिनों में उनके परिवार को कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने ऑडियो में बताया कि वे पीटीआई समर्थक हैं और लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थी। खदीजा शाह ने स्वीकार किया कि वह एक पीटीआई समर्थक थी और उसने लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया, लेकिन हिंसा भड़काने सहित किसी भी तरह के गलत काम से इनकार किया।