लंदन। ब्रिटिश संसद भवन पर ढहने का खतरा मंडरा रहा है। यहां संसदीय समिति ने ब्रिटिश सरकार को चेतावनी दी कि अगर पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर के जीर्णोद्धार परियोजना में देरी होती है तो एक भयावह आपदा होने का खतरा है। इस आपदा के कारण 147 साल पुराना परिसर ढह सकता है और नष्ट हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वेस्टमिंस्टर के पैलेस में ब्रिटिश संसद है, जो एक वास्तुशिल्प कृति और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। हालांकि, ब्रिटिश सांसदों ने कहा कि संरचना भी एस्बेस्टस से भरी हुई है, टपकती रहती है, और उसके नष्ट होने का खतरा है।

पब्लिक अकाउंट्स कमेटी ने कहा कि वेस्टमिंस्टर पैलेस की मरम्मत और जीर्णोद्धार की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर व्यापक सहमति के दशकों बाद भी इसकी प्रगति काफी धीमी रही है। समिति का कहना है कि, आज तक भवन का उपयोग करने वाले हजारों कर्मचारियों और आगंतुकों के बजाय संसद सदस्यों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। समिति ने अपनी रिपोर्ट में इसे अविश्नसनीय कहा है कि सदन द्वारा कार्यवाही निर्धारित करने के पांच साल बाद एक पुनर्निर्मित महल कैसा दिख सकता है और इसमें काम कैसे किया जाएगा इस बारे में प्रश्न अनुत्तरित रहते हैं।

इसके ‎लिए समय सीमा और लागत की भी अनिश्चितता बनी हुई है। संसद महल की मरम्मत के लिए प्रति सप्ताह 2 मिलियन पाउंड (20,56,92,200 रुपये लगभग) तक खर्च हो रहे हैं। लेकिन अभी भी स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं की सूची बढ़ती जा रही है। जिसमें कुछ ढहने के खतरे भी शामिल हैं। समिति का कहना है कि दोनों सदनों के क्लर्क ‘आखिरकार इस कार्य की विशालता को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करते हैं, जिसके लिए वे अब व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह हैं।

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