इस्लामाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और जमानत के बाद से पाकिस्तान में बवाल मचा है। यहां सियासी पार्टियां आमने सामने हैं और लोग सड़कों पर हैं। पाकिस्तान की संसद में सोमवार को पीटीआई प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को फांसी देने की मांग उठी। संसद में सत्ताधारी गठबंधन में शामिल आसिफ अली जरदारी की पार्टी के सांसद राजा रियाज अहमद खान ने इमरान को फांसी देने की मांग उठाते हुए कहा, यहूदियों के एजेंट को सरेआम फांसी दी जानी चाहिए, लेकिन अदालतें उनका इसतरह से स्वागत कर रही हैं जैसे कि वह उनके दामाद हों। इसके साथ ही नेशनल असेंबली (एनए) ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) न्यायमूर्ति उमर अता बंदियाल के खिलाफ संदर्भ दायर करने के लिए समिति के गठन को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है। इस मामले में संसद में निंदा प्रस्ताव लाया जा सकता है।
उधर इमरान की रिहाई के खिलाफ पीडीएम ने सुप्रीम कोर्ट के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं उग्र भीड़ ने वहां अपना कैंप लगा लिया है। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) कई पार्टियों से मिलकर बना संगठन है। इसमें सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) सहित कई पार्टियां शामिल हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन के दलों की ओर से इमरान का ‘‘समर्थन’’ करने पर न्यायपालिका के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है। पाकिस्तान के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल एक इस्लामी दल ने कई मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कथित रूप से ‘‘राहत’’ देने को लेकर सुप्रीम कोर्ट सहित देश की न्यायपालिका के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन किया।
जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के कार्यकर्ताओं और समर्थकों सहित कई प्रदर्शनकारियों ने इस्लामाबाद में धारा 144 लागू होने के बावजूद ‘रेड जोन’ (वर्जित क्षेत्र) में प्रवेश किया। देश के 13 राजनीतिक दलों के सत्तारूढ़ पीडीएम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने घोषणा की थी कि वह पूर्व प्रधानमंत्री खान के प्रति कथित न्यायिक समर्थन के विरोध में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष धरना देगा। इस्लामाबाद पुलिस प्रवक्ता के हवाले से कहा, पीडीएम कार्यकर्ता सुप्रीम कोर्ट के द्वार के बाहर पहुंचे। प्रदर्शनकारी ‘रेड जोन’ में घुस आए, लेकिन हालात शांतिपूर्ण हैं। प्रदर्शनस्थल को लेकर जेयूआई-एफ और प्राधिकारियों के बीच वार्ता विफल रही, जिसके बाद पार्टी ने न्यायालय परिसर के बाहर प्रदर्शन करने का संकल्प लिया।
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की जमानत शुक्रवार को मंजूर कर ली थी। खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया गया था और जवाबदेही अदालत ने उन्हें अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में आठ दिन के लिए राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की हिरासत में भेज दिया था! इमरान ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के बाहर किए जा रहे जेयूआई-एफ के ‘‘नाटक’’ का एकमात्र उद्देश्य पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश को डराना है, ताकि वह संविधान के अनुसार फैसला न करें।