मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं कोई नेता नहीं हूँ, सामाजिक क्रांति करने वाला हूँ। आज मध्यप्रदेश में नई सामाजिक क्रांति हो रही है। मैं क्रांति का शंखनाद कर रहा हूँ। यह धरती सबकी है और इसके संसाधनों पर सबका अधिकार है। प्रदेश की धरती पर कोई भी गरीब बिना जमीन के नहीं रहेगा। हर गरीब को रहने के लिए जमीन मिलेगी और उसका मकान भी बनवाएंगे। हर बच्चे की पढ़ाई की व्यवस्था होगी। गरीब बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस सरकार भरेगी। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिंदी में होगी, जिससे कोई भी बच्चा आगे बढ़ने से न रूके। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मेडिकल कॉलेजों में 5 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। हर व्यक्ति को रोजगार मिलेगा। अभी एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है, जो 15 अगस्त तक पूर्ण हो जाएगी। उसके बाद नई भर्तियाँ की जाएगी। हर व्यक्ति को समान अवसर मिलेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान आज सतना जिले के रामनगर में लाड़ली बहना सम्मेलन-सह-मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार-पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 286 करोड़ 86 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन/लोकार्पण किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पहले प्रदेश में बहनों के साथ अन्याय होता था। कई बहनें घर से निकल भी नहीं पाती थी और आज हर क्षेत्र में बहनों को बराबरी का अधिकार मिल रहा है और वे ठप्पे से सरकार चला रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी, कन्या विवाह, संबल योजना, आजीविका मिशन के लाभ के साथ पंचायतों में 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस और शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण, स्टांप शुल्क में छूट और अब लाड़ली बहना जैसी योजनाओं ने बहनों को हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ बराबरी के दर्जे पर ला खड़ा किया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज से ठीक 28 दिन बाद 10 जून को प्रदेश में लाड़ली बहना दिवस मनाया जाएगा। इस दिन योजना की 1000 रूपये की राशि बहनों के खाते में आएगी। इस दिन घर-घर दीप जलेंगे और दिवाली मनाई जायेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना केवल योजना नहीं, भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। जिस प्रकार एक भाई अपनी बहन को राखी पर उपहार देता है, उसी प्रकार यह मेरे प्रदेश की एक करोड़ 25 लाख बहनों को राखी का उपहार है, जो उन्हें हर माह प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी भी बहनें उठाएंगी। हर गाँव में लाड़ली बहना सेना बन रही है, जिसमें 11 और 21 बहनें रहेंगी जो विशेष रूप से बहनों संबंधी योजनाओं के क्रियान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। लाड़ली बहना सेना प्रदेश की धरती पर नई क्रांति होगी। उन्होंने निर्देश दिए कि कलेक्टर अपने-अपने जिलों में लाड़ली बहना सेना के गठन का कार्य सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने रामनगर में पॉलिटेक्निक कॉलेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने नगर परिषद बस स्टेंड के विकास के लिए राशि दिए जाने, मर्यादपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने और जिगना हिनौती में नवीन स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने रामनगर में नया एसडीओपी कार्यालय खोले जाने और शासकीय कॉलेज में नए विषय प्रारंभ किए जाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री को सौंपी 10 हजार चिट्ठियाँ
महिला सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान को बहनों ने बघेली भाषा में लिखीं 10 हजार चिट्ठियाँ भेंट कर लाड़ली बहना योजना लागू करने के लिये आभार माना। बहनों ने मुख्यमंत्री का साफा बाँध कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन का शुभारंभ दीप जला कर और कन्या-पूजन कर किया।
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने आमजन और गरीबों के कल्याण के लिये जन्म से लेकर जीवन पर्यन्त तक की योजनाएँ बनाई हैं। सतना जिले के साथ पूरे प्रदेश में विकास की गंगा बहाने का काम भी किया गया है। सांसद गणेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश को आगे बढ़ाने में जो कार्य किये हैं वे राजनैतिक शिखर पर सदैव याद किये जायेंगे। बेटियों के संरक्षण के लिये मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना बना कर प्रदेश में बेटा-बेटी के भेदभाव को समाप्त किया गया है। अब प्रदेश की बहनों के लिये लाड़ली बहना योजना लागू कर ऐतिहासिक पहल की गई है। जिले के प्रभारी एवं वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, विधायक, जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में बहनें और नागरिक मौजूद रहे।