इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा सीएसआर मद से स्थापित किया जायेगा सीएनजी प्लांट
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि गौ सेवा से बढ़कर कोई पुण्य का काम नहीं होता है। गौ माता का धार्मिक के साथ – साथ आर्थिक महत्व भी है। गौ माता को हमारे देश में सदियों से पुज्यनीय माना गया है। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने गुरूवार को ग्वालियर की आदर्श गौशाला में 36 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित सीएनजी प्लांट के भूमिपूजन अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा ग्वालियर की आदर्श गौशाला लाल टिपारा को विश्व स्तरीय गौशाला बनाने के प्रयास किए जायेंगे। कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी वर्चुअल रूप से शामिल हुए।
नगर निगम की लाल टिपारा आदर्श गौशाला में 100 टीपीडी क्षमता का बायो सीएनजी प्लांट सीएसआर मद से इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा स्थापित किया जा रहा है। इसके भूमिपूजन समारोह में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, मध्यप्रदेश बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी सहित आदर्श गौशाला के संतगण और कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, इंडियन ऑयल कार्पोरेशन के अधिकारीगण सहित जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर की लाल टिपारा गौशाला आदर्श गौशाला बनने की ओर अग्रसर है। नगर निगम के साथ ही संतगणों के सहयोग से यहाँ 10 हजार गायों की देखभाल का उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। बायो सीएनजी प्लांट के साथ ही यहाँ पर प्रशिक्षण केन्द्र, इंक्यूवेशन सेंटर भी प्रारंभ किया जायेगा। ग्वालियर की गौशाला को देश में ही नहीं बल्कि विश्वभर में आदर्श गौशाला बनाने की दिशा में हम सब सार्थक प्रयास करेंगे।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना से पर्यावरण तो सुधरेगा ही, साथ ही लोगों को रोजगार मिलेगा और गोबर धन का उपयोग होकर आर्थिक रूप से भी गौशाला को सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि गौशाला के उन्नयन हेतु सांसद निधि से 2 करोड़ रूपए की राशि दी गई है, इससे 2 हजार गायों के लिये आधुनिक शेड का निर्माण होगा। आगे भी गौशाला के विकास के लिये सिंधिया परिवार हमेशा सहयोग करेगा।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। उन्होंने इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा सीएसआर मद से ग्वालियर की लाल टिपारा गौशाला में सीएनजी प्लांट स्थापित करने पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस प्लांट के स्थापित होने से ग्वालियर की गौशाला और सशक्त बनेगी। गौशाला के विकास में यह एक ऐतिहासिक पहल है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार 2014 से ही लगातार वेस्ट टू बेस्ट के लिये कार्य कर रही है। ग्वालियर का यह प्लांट भी उसी दिशा में एक सराहनीय पहल है।
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि प्रकृतिक के अनुरूप ही सब कार्य हों तो ही ठीक रहता है। प्रकृति से छेड़छाड़ सभी के लिये कष्ट का कारण बनता है। मध्यप्रदेश में जब उमा भारती मुख्यमंत्री थीं तब गौशालाओं के विकास का कार्य प्रारंभ किया गया था। आज प्रदेश भर में गौशालाओं का निर्माण कर गौ धन का पालन पोषण किया जा रहा है।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर हर दिशा में आगे बढ़ रहा है। आदर्श गौशाला हो या विकास के नए – नए आयाम ग्वालियर विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर की गौशाला नगर निगम और संतों के सहयोग से आदर्श गौशाला बनी है। प्रदेश भर में इससे अच्छी गौशाला नहीं है। ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि ग्वालियर में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के प्रयासों से विकास का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। यहाँ पर आधुनिक हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार, एलीवेटेड रोड़ के साथ ही कई महत्वपूर्ण कार्य गतिशील हैं। आने वाले दिनों में ग्वालियर की तस्वीर बदली-बदली नजर आयेगी।
कार्यक्रम में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा सीएसआर मद से बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। इससे ग्वालियर का प्रदूषण कम होगा। वहीं रोजगार के साथ-साथ जैविक खेती को भी बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि ग्वालियर की गौशाला के विकास के लिये केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने भी 2 करोड़ रूपए की धनराशि प्रदान की है।
उद्यानिकी मंत्री कुशवाह ने कहा कि ग्वालियर की गौशाला से निकलने वाले गोबर का बेहतर उपयोग हो, इसके लिये सीएनजी प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इस प्लांट की स्थापना से गौशाला आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ेगी। वहीं ग्वालियर के आस-पास जैविक खेती को भी बल मिलेगा। किसानो को भी इस प्लांट के माध्यम से गोबर की खाद उचित दाम पर मिल सकेगी।
उल्लेखनीय है कि इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना 2 हैक्टेयर क्षेत्र में की जा रही है। प्लांट के संचालन हेतु 100 टन गोबर का उपयोग कर लगभग 2 से 3 टन सीएनजी प्रति दिवस एवं 20 टन प्रति दिवस सर्वोत्तम गुणवत्ता का बायो जैविक खाद निर्मित किया जायेगा। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा प्लांट की स्थापित के उपरांत चार माह तक संचालन एवं संधारण का कार्य भी किया जायेगा।