न्यूयॉर्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए यौन उत्पीड़न का मुद्दा सिरदर्द बना हुआ है। एक महिला ने मंगलवार को न्यूयॉर्क सिविल ट्रायल में बताया कि 1970 के दशक के अंत में डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में एक फ्लाइट में उनका यौन उत्पीड़न किया था। जेसिका लीड्स ने पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ लेखक जीन कैरोल द्वारा लगाए गए बलात्कार और मानहानि के मुकदमे में गवाही देते हुए कथित हमले का वर्णन किया। ट्रंप ने यौन उत्पीड़न के सभी आरोपों से इनकार किया है और कहा कि ऐसे किसी भी दावे पर कभी भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जेसिका लीड्स ने मैनहट्टन की संघीय अदालत को बताया कि ट्रंप ने 1978 या 1979 में न्यूयॉर्क जाने वाली एक उड़ान के बिजनेस क्लास सेक्शन में उनकी स्कर्ट पर हाथ रखा था। जेसिका लीड्स ने पहली बार 2016 के चुनाव से हफ्तों पहले मीडिया से साक्षात्कार में आरोप लगाया था। कई महिलाओं ने मतदान के दौरान ट्रंप पर यौन दुराचार का आरोप लगाया। हिलेरी क्लिंटन के साथ राष्ट्रपति की बहस के दौरान ट्रंप द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों का खंडन करने के बाद जेसिका लीड्स सार्वजनिक रूप से आरोप लगाने लगीं।
लीड्स को कैरोल के वकीलों द्वारा गवाही देने के लिए बुलाया गया था ताकि जूरी को मनाने की कोशिश की जा सके कि ट्रंप यौन दुराचार के पैटर्न में लिप्त हैं। 79 वर्षीय कैरोल ने ट्रंप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 1990 के दशक के मध्य में मैनहट्टन में लक्ज़री बर्गडॉर्फ गुडमैन डिपार्टमेंटल स्टोर के चेंजिंग रूम में उनका यौन उत्पीड़न किया था। वहीं ट्रंप ने बार-बार इस तरह के आरोपों का खंडन किया है। कैरोल ने पिछले साल के अंत में अपना मुकदमा दायर किया था। यह मामला ट्रंप के सामने आने वाली कई कानूनी चुनौतियों में से एक है, क्योंकि वे अगले साल के चुनाव में व्हाइट हाउस में वापसी करना चाहते हैं। ट्रंप पर 2016 में एक पोर्न स्टार को चुपके-चुपके पैसे देने का भी आरोप था। हालांकि पिछले महीने उन्हें इस मामले में दोषी नहीं ठहराया गया।