पाकिस्तान के ऊपर बने चक्रवात के चलते मध्य प्रदेश में मौसम में भारी बदलाव आ गया है. वैशाख के महीने में भारी गर्मी होना चाहिए, लेकिन चक्रवाती बारिश के चलते इन दिनों सावन जैसा नजारा है।मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश के 21 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है. विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में 15 मई तक लोगों को गर्मी से राहत रहेगी. ग्वालियर चंबल अंचल में 10 मई तक आंधी-तूफान और बारिश के आसार हैं। सीहोर और राजगढ़ जिलों में भी तेज बारिश होगी. इस दौरान इन जिलों के कई जगहों पर ओलावृष्टि भी होगी।
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश के भोपाल, गुना, अशोकनगर, शाजापुर जिलों में गरज चमक के साथ तेज बारिश होगी।वहीं, उज्जैन, देवास, विदिशा, रायसेन, छिंदवाड़ा, आगर, इंदौर, शिवपुरी, सागर, दमोह, टीकमगढ़, सिवनी, बालाघाट और बैतूल जिलों में सामान्य बारिश होगी। मौसम विभाग का कहना है कि पाकिस्तान में बने पश्चिमी विक्षोभ के चलते मध्य प्रदेश के मौसम में भारी बदलाव आया है. बीते 24 घंटे में मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई है। एमपी के दतिया में सबसे ज्यादा 76 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। वहीं, खजुराहो में 45, दमोह में 38 मिमी, भोपाल में 35 मिमी, सागर में 30 मिमी, पचमढ़ी में 22 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है. इसके अलावा सिवनी, छिंदवाड़ा, मंडला, बेतूल, खंडवा, रायसेन, नौगांव, इंदौर, गुना और मलाजखंड में 20 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज हुई है।
ग्वालियर में 22 साल बाद अप्रैल की सबसे ठंडी विदाई
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक ग्वालियर में 22 साल बाद 30 अप्रैल को दिन का सबसे कम तापमान दर्ज हुआ है. ग्वालियर में 30 अप्रैल को दिन का अधिकतम तापमान 29 डिग्री दर्ज हुआ है. जो सामान्य से 13 डिग्री कम रहा. वहीं, रात का न्यूनतम तापमान भी 19 डिग्री दर्ज हुआ है, जो सामान्य से लगभग 7 डिग्री नीचे रहा. मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में मार्च-अप्रैल में सामान्य से 310 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है. मार्च-अप्रैल में करीब 11 मिलीमीटर बारिश होती है लेकिन इस साल 45 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।