मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने “अम्बेडकर महाकुंभ” में कहा कि इस सुअवसर पर हम प्रदेश के विकास और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिये “पंच क्रांति” की बात करने आए हैं। पंच क्रांति में शिक्षा की क्रांति, रोजगार की क्रांति, आवास अर्थात रहने के लिये जमीन की क्रांति एवं सभी वर्गों के सम्मान की क्रांति शामिल है। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को ग्वालियर में आयोजित हुए अम्बेडकर महाकुंभ में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने ग्वालियर में बाबा साहब अम्बेडकर धाम व संस्थान स्थापित करने के लिये स्थल उपलब्ध कराने और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के उद्देश्य से समस्त पिछड़ी उप जातियों के अलग-अलग बोर्ड बनाने की धोषणायें कीं।

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं केन्द्रीय नागरिक उड्डयन व इस्पात मंत्री ज्योतिरादिथ्य सिंधिया की मौजूदगी में ऐतिहासिक नगरी ग्वालियर के मेला मैदान पसिर में आयोजित हुए भव्य एवं गरिमामयी अम्बेडकर महाकुंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगभग 61 करोड़ 33 लाख रूपए से अधिक लागत के छात्रावास भवनों का सिंगल क्लिक के जरिए वर्चुअली लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। साथ ही सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के कल्याण के लिये संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत 10 हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि शिक्षित रहोगे तो आगे बढ़ोगे। इसी भाव के साथ प्रदेश सरकार शिक्षा की क्रांति के तहत श्रमोदय विद्यालय व ज्ञानोदय जैसे विद्यालय खुले हैं। छात्रावासों की स्थापना की है। साथ ही यदि किसी बच्चे को छात्रावास उपलब्ध नहीं हो पाता तो कमरे का किराया भी सरकार भर रही है। मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे पाठ्यक्रमों और विदेश में पढ़ाई की फीस भी सरकार भर रही है। प्रदेश में अब हिंदी में भी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की गई है। कायाकल्प अभियान में छात्रावासों की व्यवस्था बेहतर की जा रही है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में दूसरी क्रांति रोजगार की क्रांति के रूप में चल रही है। प्रदेश में एक लाख 24 हजार पदों पर शासकीय भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को संत रविदास स्वरोजगार योजना के तहत एक लाख से 50 लाख एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर आर्थिक कल्याण योजना के तहत 10 हजार से एक लाख रूपए तक का ऋण अनुदान उपलब्ध करा रही है। पढ़े-लिखे बच्चों को अलग-अलग औद्योगिक सेक्टर का काम सिखाने के साथ-साथ हर बच्चे को 8 हजार रूपए प्रतिमाह मानदेय भी दे रही है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहनों का सशक्तिकरण चौथी क्रांति है। लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, संबल योजना, पंचायत निर्वाचन में महिलाओं को आरक्षण, शिक्षकों की भर्ती, पुलिस की भर्ती में आरक्षण, रजिस्ट्री स्टांप शुल्क में छूट और अब लाडली बहना योजना से बहनों की जिंदगी में व्यापक बदलाव आया है। समाज में उनका सम्मान बढ़ा है और वे सशक्त और आत्मनिर्भर हो रही है। लाडली बहना योजना में आगामी 10 जून से बहनों के खाते में एक हजार रूपए पहुँचाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पांचवीं क्रांति सब के सम्मान की क्रांति है। प्रदेश में समाज के हर वर्ग के सम्मान और प्रगति के लिए सामाजिक क्रांति चल रही है। उन्होंने घोषणा की कि समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिये समस्त पिछड़ी उप जातियों के बोर्ड बनाए जायेंगे। हर बोर्ड में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सदस्य नियुक्त होंगे, जो अपने-अपने समाज की समस्याओं का पता लगाकर बतायेंगे। इस आधार पर सभी वर्गों के कल्याण के लिये नई योजनायें बनाई जायेंगीं। उन्होंने कहा सभी वर्गों का कल्याण और सामाजिक समरसता हमारे विकास का मूल मंत्र है।

100 करोड़ की लागत से संत रविदास जी के भव्य मंदिर का होगा निर्माण

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सागर में 100 करोड रुपए की लागत से संत रविदास मंदिर बनाने का निर्णय लिया है। मंदिर अद्भुत होगा, जिसमें संत शिरोमणि रविदास के जीवन चरित्र को रेखांकित किया जाएगा, जिससे हम सभी प्रेरणा प्राप्त कर सकें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर आह्वान किया कि संत रविदास जी के मंदिर के निर्माण के लिये हर गांव में ईंट का पूजन करें और यात्राएं निकालकर इन ईंटों को सागर में मंदिर स्थल पर भेजें।

प्रदेश सरकार अब 8 लाख की आय वाले परिवारों के बच्चों की भी भरेगी फीस

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अम्बेडकर महाकुंभ में कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों की मेडीकल, इंजीनियरिंग, कानून एवं आईआईएम जैसी उच्च शिक्षा की फीस सरकार भरवा रही है। पहले परिवार की अधिकतम वार्षिक आय की सीमा को 6 लाख रूपए से बढ़ाकर 8 लाख रूपए कर दिया गया है।

औद्योगिक क्षेत्रों में 20 प्रतिशत जमीन अनुसूचित जाति वर्ग के उद्यमियों के लिये

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपनी औद्योगिक नीति के तहत औद्योगिक क्षेत्रों की 20 प्रतिशत भूमि अनुसूचित जाति वर्ग के उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिए आरक्षित की गई है।

बाबा साहब के विचार सदियों तक प्रासंगिक बने रहेंगे – केन्द्रीय मंत्री तोमर

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर एक जीवंत विचार थे। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और सदियों तक बने रहेंगे। बाबा साहब ने भारत को जो संविधान दिया है, उसकी वजह से सारी दुनिया उन्हें सम्मानपूर्वक देखती है। उन्होंने बाबा साहब के विचारों को आगे बढ़ाने के लिये ग्वालियर में “अम्बेडकर महाकुंभ” आयोजित करने के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार जताया। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने बाबा साहब के जन्म से लेकर उनके सम्पूर्ण जीवन चरित्र से जुड़े पाँच स्थानों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल करने की सराहनीय पहल की है।

बाबा साहब के संविधान से विश्व में लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत की पहचान बनी – केन्द्रीय मंत्री सिंधिया

केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने ऐसा संविधान बनाया, जिससे विश्वभर में लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत की पहचान स्थापित हुई है। संविधान की बदौलत ही एक ओर भारत आर्थिक शक्ति के रूप में तो दूसरी ओर आध्यात्मिक शक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा बाबा साहब ने केवल अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग ही नहीं महिलाओं को भी संविधान के माध्यम से उनका हक दिलाया। श्री सिंधिया ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर भी सभी संकल्प लें कि बाबा साहब द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर विकसित मध्यप्रदेश एवं विकसित भारत का निर्माण करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में केन्द्र व राज्य सरकार ने केदारनाथ, बद्रीनाथ, उज्जैन इत्यादि तीर्थ स्थलों की तरह बाबा साहब की जन्मस्थली महू को भी तीर्थ के रूप में विकसित किया है। सिंधिया ने सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के कल्याण के लिये चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र भी इस अवसर पर किया।

बाबा साहब ने संविधान के जरिए देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया – वी डी शर्मा

खजुराहो सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान के जरिए देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया। संविधान के इसी भाव के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी “सबका साथ सबका विकास” की अवधारणा पर काम कर देश को तरक्की में जुटे हैं। खुशी की बात है प्रदेश सरकार ने पंचतीर्थ अर्थात बाबा साहब के जीवन से जुड़े पाँच स्थानों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल किया है।

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