उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने कहा है कि वीरपुर बाँध जल्द ही शहर के प्रमुख एवं आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित होगा। प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित भोज तालाब के किनारे होकर गुजर रही व्हीआईपी रोड़ की तर्ज पर वीरपुर बाँध परिसर का सौंदर्यीकरण किया जायेगा। कुशवाह स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत हो रहे वीरपुर बाँध के सौंदर्यीकरण कार्य का जायजा लेने पहुँचे थे। कुशवाह ने इसके अलावा मामा का बांध पहुँचकर वीरपुर बांध को जोड़ने के लिये बनाई जा रही लगभग सवा दो किलोमीटर लम्बी कैनाल का भी जायजा लिया।
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कुशवाह ने कहा कि लगभग 83 करोड़ रूपए की लागत से स्मार्ट सिटी द्वारा वीरपुर बाँध क्षेत्र में सौंदर्यीकरण कार्य कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भोपाल की व्हीआईपी रोड़ की तर्ज पर वीरपुर बाँध को हाईवे तक जोड़ने के लिये लगभग साढ़े 4 करोड़ रूपए की लागत से रिटर्निंग वॉल बनाने की कार्ययोजना स्वीकृति के अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा वीरपुर बांध में नौकायन की व्यवस्था भी की जायेगी। कुशवाह ने कहा कि वीरपुर बाँध को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिये धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थल के साथ-साथ शहरवासियों को यहाँ पर रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा रायपुर बाँध, मामा का बांध व वीरपुर बाँध को भरने के लिये पहसारी से सांक-नून-ट्विन डक और फीडर चैनल (नहर) का निर्माण लगभग 64 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है। इससे वीरपुर बाँध भी लबालब भरेगा। साथ ही हनुमान बाँध भी भरेगा।
कुशवाह ने वीरपुर बाँध परिसर में बनाए जा रहे सेल्फी प्वॉइंट पर आकर्षक लाइटिंग के बीच महापुरूषों की प्रतिमा लगाने के निर्देश निरीक्षण के दौरान दिए। साथ ही कहा कि बाँध की ऊपरी सतह पर बेहतर ढंग से लैण्डस्केपिंग करने के साथ-साथ जरूरत के मुताबिक पेवर लगाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने वीरपुर बांध के सौंदर्यीकरण की कड़ी में बनाए जा रहे वाणिज्यिक कियोस्क, स्मार्ट रूम, पर्यटकों के लिए बैठने की जगह तथा चार पहिया व दोपहिया वाहनों के लिये पार्किंग बनाने का काम जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कुशवाह ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मामा का बांध से वीरपुर बांध तक लगभग 170 लाख रूपए की लागत से निर्माणाधीन करीबन सवा दो किलोमीटर लम्बी नहर का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करें। सभी कार्य उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाएं। इस नहर के निर्माण से जलाशय भरेंगे, जिससे जल स्तर में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ किसानों को जुताई के लिए पानी और ग्वालियरवासियों के लिये एक अच्छा पर्यटन स्थल मिलेगा।