भारत को चारों तरफ से घेरने की कोशिशों में लगे चीन (China) की एक और करतूत उजागर हुई है. चीन भारत के पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) में फोरलेन सड़क बनवा रहा है. विकास के नाम पर शुरू किया गया यह इंफ्रास्ट्रक्चर-वर्क भारत के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि यह सड़क बिहार के सीमावर्ती इलाकों तक होगी और इसका इस्तेमाल बाद में भारत के खिलाफ किया जा सकता है.
भारत के नजदीकी तमाम इलाकों में चीन के इंफ्रास्ट्रक्चर-वर्क पर भारतीय एजेंसियों की नजर जमी हुई है. देश का सशस्त्र सीमा बल (SSB) सीमाई क्षेत्रों में टेक्निकल मॉनीटरिंग को और बेहतर करने में जुट गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेपाल की भारत से लगती खुली सीमा चीन की गतिविधियों का शिकार हो सकती है. वहां से घुसपैठ का खतरा हो सकता है. दरअसल, नेपाल की अकेले बिहार राज्य से ही 700 किलोमीटर से ज्यादा लंबी सीमा लगती है. इतनी लंबी सीमा की सुरक्षा बड़ा मुश्किल काम है, खासकर इसलिए क्योंकि ये सीमा कोसों दूर तक खुली पड़ी है.
चीनी साजिश की होगी निगरानी, भारत कर रहा तैयारी
पता चला है कि भारत-नेपाल की खुली सीमा के संवेदनशील हिस्सों में जल्द ही बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे और लाइट्स लगाए जाएंगे. सशस्त्र सीमा बल (SSB) की ओर से डेटा बेस सॉफ्टवेयर के माध्यम से भी सीमा को सुरक्षा-व्यवस्था को और मजबूत करने की योजना है. ड्रोन तैनात किए जाएंगे. चीनी दुष्प्रचार के खिलाफ रेडियो के माध्यम से भी मदद ली जा सकती है.